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Saharanpur 'Fake Encounter': डेढ़ साल बाद 12 पुलिसवालों पर दर्ज हुआ हत्या का केस

UP Crime: डेढ़ साल पहले संदिग्ध हालात में हुई थी जीशान की मौत,परिजनों ने लगाया है फेक एनकाउंटर का आरोप

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सहारनपुर (Saharanpur) में डेढ़ साल पहले संदिग्ध हालात में मारे गये जीशान हैदर के मामले में एक दर्जन पुलिसकर्मियों पर हत्या समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है. सहारनपुर के चीफ जुडीशियल मजिस्ट्रेट के आदेश पर देवबंद थाना पुलिस ने यह केस दर्ज किया है. जीशान की पत्नी अफरोज ने नवंबर 2021 में सीजेएम कोर्ट में CRPC की धारा 156(03) के तहत आवेदन देकर पुलिसवालों पर उनके पति की हत्या करने का आरोप लगाया था.

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केस दर्ज होने के आदेश के बाद आरोपियों में शामिल एक कॉन्सटेबल को हार्टअटैक आया, जिसके बाद से वह अस्पताल में भर्ती है.

क्या है पूरा मामला?

4-5 सितंबर 2021 की आधी रात को देवबंद के थीथकी गांव के किसान जीशान हैदर को पुलिसवालों का फोन आया था. इसके बाद वो अपनी पत्नी को बताकर घर से निकल गए. 5 सितबंर की सुबह 6 बजे पुलिस वालों ने परिजनों को सूचना दी कि जीशान को हादसे में गोली लग गई है.

परिजन देवबंद अस्पताल पहुंचे तो बताया गया कि जीशान सहारनपुर में हैं. सहारनपुर अस्पताल पहुंचने पर परिजनों को जीशान की लाश मिली.

25 नवम्बर 2021 को कोर्ट को भेजी गयी डीटेल में पुलिस ने पूरी वारदात की अपनी कहानी बयां की है.

जीशान के वकील चौधरी जान निसार ने कहा कि जीशान हथियार का लाइसेंस होल्डर था और एक अच्छा आदमी था. सितंबर 2021 में पुलिसवालों की फायरिंग में उसकी मौत हो गई थी. उसके बाद से 156(3) की कार्रवाई सीजीएम के पास पेंडिंग में थी. अब तीन एसआई समेत 12 के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है.

एसएसपी सहारनपुर विपिन टाडा ने कहा कि गोकशी की सूचना पर पुलिस गई थी, जहां पर एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. इस पर मुकदमा दर्ज हुआ है, जिसमें जांच चल रही है. कोर्ट के आदेश पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. जो भी सबूत हैं उसके मुताबिक आगे कार्रवाई की जाएगी.

“इंसाफ की जीत हुई”- परिजन

जीशान के भाई ईसा रजा ने दावा किया है कि 2021 में 5 सितंबर की रात को मेरे भाई को बुलाकर पुलिस ले गई और उसका मर्डर कर दिया. पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई, अब 18 महीने बाद सीजीएम कोर्ट से इस मामले में इंसाफ मिला है. अब पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, इंसाफ की जीत हुई.

पुलिस का दावा- "जीशान के साथियों ने गोली चलाई थी"

दूसरी तरफ पुलिस का दावा है कि खेत में गाय की हत्या करके उसका मांस निकाला जा रहा था. पुलिस के रेड करने पर आरोपियों ने गोलियां चलाना शुरू कर दिया लेकिन पुलिस ने जवाबी फायरिंग नहीं की. दावा किया गया कि कथित हथियारबंद जीशान और असील को पुलिस ने बिना गोली चलाए पकड़ लिया. जीशान को उस वक्त टांग में गोली लगी हुई थी.

पुलिस ने कहा कि ये गोली जीशान के साथियों के हाथ से चली और उनके साथ खड़े जीशान को लग गयी थी.

"जीशान का नहीं था आपराधिक बैकग्राउंड"

जीशान की पत्नी ने बताया कि मेरे पति किसान थे और उनके पास करीब 40 बीघा जमीन थी. उनके खिलाफ उनकी मृत्यु होने तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं था. उनका कोई भी आपराधिक बैकग्राउंड नहीं था, सहारनपुर जिलाधिकारी से उन्हें दो बंदूक का लाइसेंस भी मिला था.

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पुलिस ने जीशान की मौत के बाद उनके खिलाफ 3 मुकदमें दर्ज किए

  • एक मुकदमा जान से मारने का प्रयास और हत्या का है.

  • दूसरा मुकदमा गौवध निवारण अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है.

  • तीसरा केस अवैध हथियार बरामदगी के संबध में दर्ज किया गया है. अवैध हथियारों की बरामदगी का एक केस सह-अभियुक्त असील के खिलाफ भी दर्ज किया गया है.

सहारनपुर चीफ जुडीशियल मजिस्ट्रेट ने 19 जनवरी 2023 को जारी किए फैसले में पुलिस को केस दर्ज कर विवेचना करने का आदेश दिया है.

21 जनवरी को देवबंद पुलिस ने इस संबध में केस दर्ज कर लिया. इससे ठीक एक दिन पहले 20 जनवरी को इस केस के आरोपी हैड कॉन्स्टेबल सुखपाल सिंह को हर्टअटैक आया. सहारनपुर में इलाज के दौरान उनकी हालत गंभीर होने के बाद उन्हें मेरठ के मिमहेन्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सुखपाल सिंह का रिटायरमेंट करीब है. बताया जाता है कि केस दर्ज होने के आदेश के बाद उन्हें सदमा लगा था. जीशान की पत्नी अफरोज ने पुलिसवालों पर जीशान को घर से बुलाकर हत्या किये जाने के आरोप लगाये है.

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कोर्ट के आदेश पर जिन 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें 3 सब-इंस्पैक्टर, 8 पुलिस कांस्टेबल और महिला पुलिस कांस्टेबल शामिल हैं.

पुलिस के दावे मेडिकल रिपोर्ट से अलग

पुलिस ने बताया कि जीशान की टांग में गोली लगी थी जबकि मेडीकल रिपोर्ट के मुताबिक जीशान की जांघ में गोली लगी थी. पुलिस ने कथित तौर पर उसका इलाज नहीं कराया और ज्यादा खून निकलने की वजह से उसकी मौत हो गई.

सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताड़ा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर लिया गया है. निष्पक्षता से मामले की विवेचना की जाएगी और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी.

यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपियों का निलंबन भी किया जायेगा, एसएसपी ने कहा कि जांच चल रही है, जो कार्रवाई उचित होगी करेंगे.

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