उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में स्कूली बच्चों को मिड डे मील में नमक-रोटी देने के मामले में अब प्रेस काउंसिल सामने आया है. प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने इस मामले को सामने लाने वाले पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने पर यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी है. इसके अलावा प्रेस काउंसिल ने इस पूरी घटना पर चिंता भी जताई है.
पीसीआई के अध्यक्ष चंद्रमौली कुमार प्रसाद ने उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में मिड डे मील की रिपोर्टिंग करने को लेकर पत्रकार पवन जायसवाल के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने की खबरों पर चिंता जताई.
सरकार से जो रिपोर्ट मांगी गई है उसमें केस से जुड़े सभी तथ्यों को शामिल करने को कहा गया है. पीसीआई ने कहा है कि इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. जो मामले को लेकर हर तरह के तथ्यों को परखेगी.
पत्रकार पर कार्रवाई का विरोध
प्रेस एसोसिएशन ने इस विषय में प्रदेश सरकार की मनमानी कार्रवाई का भी सख्त निंदा करते हुए कहा है कि वह अपनी पेशेवर जिम्मेदारी निभा रहे एक पत्रकार को इस तरह चुनिंदा तरीके से निशाना बनाये जाने पर सख्त ऐतराज जताता है. प्रेस एसोसिएशन ने एक बयान में कहा, ‘‘मिड डे मील में गड़बड़ी को सुधारने के बजाय मिर्जापुर जिला प्रशासन ने पत्रकार के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर मीडिया को खामोश करने का विकल्प चुना.’’
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी इस घटना की निंदा की थी और इसे निर्मम और संदेशवाहक को ही निशाना बनाने का अनूठा मामला बताया था.
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर हनौता के सियूर प्राइमरी स्कूल का एक वीडियो सामने आया. जिसमें हैरान कर देने वाली तस्वीरें दिखीं. क्योंकि यहां बच्चों को मिड डे मील में रोटी के साथ सब्जी, दाल, दूध या फल के बजाय सिर्फ नमक परोसा गया. मामले पर हंगामा मचने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए थे. इस मामले को लेकर जिलाधिकारी ने कहा था,‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशानुसार, सभी जिलों में मिड डे मील का मेन्यू पहले से तय है. कुछ दिनों के अंतर पर बच्चों को दूध और फल भी दिए जाते हैं. लेकिन ये लापरवाही स्कूल के शिक्षक और सुपरवाइजर की वजह से हुई है. शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है और सुपरवाइजर से जवाब मांगा गया है.’
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