बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के टूलकिट ट्वीट वाले मामले में अब दिल्ली पुलिस की एक टीम ट्विटर के दफ्तर पहुंची है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की एक टीम ट्विटर इंडिया के दफ्तर छापेमारी करने पहुंची. हालांकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि टीम सिर्फ नोटिस देने ट्विटर के ऑफिस गई थी.
बता दें कि बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के टूलकिट वाले ट्वीट को ट्विटर ने मैन्युप्लेटेड बताया था. इस ट्वीट में पात्रा ने दावा किया था कि कांग्रेस ने मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए टूलकिट तैयार किया है. इससे पहले आईटी मंत्रालय ने भी ट्विटर से बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट से मैन्युप्लेटेड टैग हटाने के लिए कहा था. लेकिन ट्विटर ने इसे नहीं हटाया.
दिल्ली पुलिस का बयान
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा कि...
दिल्ली पुलिस एक शिकायत की जांच कर रही है जिसमें संबित पात्रा के एक ट्वीट को मैन्युप्लेटिव के तौर रखा गया है और इसे लेकर ट्विटर से सफाई मांगी गई है. ऐसा लगता है कि इस मामले में ट्विटर के पास कुछ ऐसी जानकारी है जिसके बारे में हमें पता नहीं है और इसी के आधार पर उन्होंने ट्वीट को मैन्युप्लेटेड का टैग दिया है. यह जानकारी पूछताछ के लिए अहम है. स्पेशल सेल सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच कर रही है. ट्विटर ने जो सच्चाई जानने का दावा किया है उसे स्पष्ट करना चाहिए.
संबित पात्रा के ट्वीट को ट्विटर ने क्यों दिया मैन्युप्लेटेड टैग
18 मई को बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्विटर पर एक लेटर शेयर करते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस कोरोना महामारी के बहाने संगठित तौर पर प्रधानमंत्री की छवि को खराब करने के लिए अभियान चला रही है.
21 मई को ट्विटर ने बीजेपी नेता संबित पात्रा के एक ट्वीट को मैन्युप्लेटेड बताया यानी कि यह ट्वीट तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है.
ट्विटर की सिंथेटिक और मैन्युप्लेटेड मीडिया पॉलिसी के अनुसार, ट्विटर अगर अपने प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए कंटेंट को भ्रामक, गलत या तोड़-मरोड़कर पेश किया गया पाता है तो उसे रेड-फ्लैग कर देता है और उस पोस्ट के नीचे ‘Manipulated Media’ लिखा होता है.
केंद्र सरकार ने भी जताई थी आपत्ति
कथित कांग्रेस टूलकिट विवाद को लेकर बीजेपी नेताओं के ट्वीट को मैन्युप्लेटेड टैग देने पर केंद्र सरकार ने नाराजगी जाहिर की थी. आईटी मंत्रालय ने ट्विटर की ग्लोबल टीम से इसे लेकर आपत्ति जताई थी. सरकार ने इसे एकतरफा कार्रवाई बताते हुए कहा था कि मामले की जांच अभी बाकी है. हालांकि ट्विटर ने बीजेपी नेताओं के ट्वीट से ये टैग नहीं हटाया.
बीजेपी नेताओं के ट्विटर अकाउंट सस्पेंड करने की मांग
वहीं ट्विटर पर बीजेपी नेताओं की ओर से कथित टूलकिट के बहाने फर्जी लेटर वायरल करने के आरोप को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं पर FIR दर्ज कराई थी.
इसके बाद कांग्रेस ने ट्विटर को लेटर लिखकर बीजेपी नेताओं के ट्विटर अकाउंट सस्पेंड करने की मांग की थी. कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष रोहन गुप्ता ने ट्विटर को लिखे लेटर में कहा कि बीजेपी नेताओं ने फर्जी डॉक्यूमेंट को गलत तरीके से फैलाया है और जांच में इसका पर्दाफाश हुआ है.
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