नागरिकता कानून (CAA) को लेकर संविधान पर काफी दिनों से बहस हो रही है. भारत के संविधान को भी 70 साल पूरे हो गए हैं. अब ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने 'संविधान' शब्द को ऑक्सफोर्ड हिंदी ‘वर्ड ऑफ द ईयर’ चुना है. ऑक्सफोर्ड हिंदी ‘वर्ड ऑफ द ईयर’ एक ऐसा शब्द होता है, जो साल के मूड और माहौल को दर्शाता है.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस के मुताबिक, '2019 में इस शब्द को लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, न्याय, आजादी, समानता और आपसी भाईचारे की कसौटियों को संविधान के आधार पर मापा गया है. संविधान का मतलब लोकतांत्रिक सिद्धांतों की एक ऐसी संस्था है, जिसके जरिए राज्य या संगठन को शासन करने की अनुमति मिलती है.'
कब-कब भारत में चर्चा में आया संविधान
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने अपने बयान में कहा, भारत में साल 2019 में संविधान शब्द सबसे पहले सुर्खियों में अगस्त में आया. जब जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 और आर्टिकल 35ए को हटा दिया गया. इस आर्टिकल के हटते ही जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा भी खत्म हो गया.
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के कई अहम फैसलों में भी संविधान का जिक्र किया गया. इनमें सबरीमाला मामला, महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट और कर्नाटक में दलबदल विरोधी कानून 17 विधायकों की सदस्यता रद्द करना शामिल है.
ऑक्सफोर्ड शब्दकोशों की टीम ने अपने फेसबुक पेज के जरिए ऑक्सफोर्ड हिंदी शब्द के लिए शब्द मांगे थे. टीम को हजारों शब्द मिले थे. साल का ऑक्सफोर्ड हिंदी शब्द भारत में ऑक्सफोर्ड शब्दकोश टीम की ओर से भाषा विशेषज्ञों की एक सलाहकार समिति की मदद से चुना गया.
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