सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी (Sanatana Dharma Row) के मामले में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे (Priyank Kharge) के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर में केस दर्ज किया गया है. दोनों के खिलाफ दो वकीलों ने केस दर्ज करवाया है.
इन धाराओं में केस दर्ज
FIR रिपोर्ट के मुताबिक, स्टालिन और खड़गे के खिलाफ IPC की धारा 153A (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा, आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने और सद्भाव बिगाड़ने), 295A (शब्द, लेखन, प्रतीक, या छवि प्रतिनिधित्व द्वारा किसी भी समूह की भावनाओं या धार्मिक विश्वासों को जानबूझकर चोट पहुंचाना) के तहत केस दर्ज किया गया है.
FIR रिपोर्ट के मुताबिक, वकीलों का कहना है कि, उदयनिधि स्टालिन के बयान से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. इसके साथ ही उन्होंने धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता और जानबूझकर द्वेष बढ़ाने का काम किया है. वहीं प्रियांक खड़गे पर उदयनिधि स्टालिन के विवादित भाषण का समर्थन करने का आरोप लगाया गया है.
रामपुर थाना सिविल लाइंस के रहने वाले वकील राम सिंह लोधी और हर्ष गुप्ता ने उदयनिधि स्टालिन और प्रियांक खड़गे के खिलाफ केस दर्ज करवाया है.
उदयनिधि स्टालिन ने क्या कहा था?
उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था, "ऐसी कुछ चीजें होती हैं, जिनका विरोध करना काफी नहीं होता, हमें उन्हें समूल मिटाना होगा. मच्छर, डेंगू बुखार, मलेरिया, कोरोना ये ऐसी चीजें हैं, जिनका हम केवल विरोध नहीं कर सकते, हमें इन्हें मिटाना होगा. सनातन भी ऐसा ही है."
स्टालिन के इस बयान के बाद विवाद शुरू हो गया. बीजेपी नेताओं ने स्टालिन के साथ ही INDIA गठबंधन को भी निशाने पर लिया. जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, "मैंने कभी उन लोगों को मिटाने की बात नहीं की, जो सनातन धर्म को मानते हैं. सनातन धर्म एक सिद्धांत है, जो जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटता है.'' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो अपने बयान पर कायम हैं.
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