नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर माइक्रोसॉफ्ट के भारतवंशी सीईओ सत्या नडेला के बयान पर BJP सांसद मीनाक्षी लेखी की प्रतिक्रिया सामने आई है. लेखी ने इस बयान पर कहा कि यह इस बात का ‘‘सटीक उदाहरण’’ है कि कैसे साक्षरों को शिक्षित होने की जरूरत है.
दरअसल बजफीड के एडिटर इन चीफ बेन स्मिथ ने ट्वीट कर CAA को लेकर नडेला की प्रतिक्रिया के बारे में बताया था.
स्मिथ के मुताबिक, CAA पर नडेला ने कहा कि भारत में जो कुछ हो रहा है, वो काफी ‘दुखी’ करने वाला है. उन्होंने कहा कि वह देश (भारत) में एक बांग्लादेशी अप्रवासी को करोड़ों डॉलर की टेक कंपनी बनाने में मदद करते देखना या इन्फोसिस का सीईओ बनते देखना पसंद करेंगे.
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने भी नडेला का एक बयान जारी किया. इस बयान में नडेला ने कहा कि हर देश अपनी सीमाओं को परिभाषित करे, राष्ट्रीय सुरक्षा का संरक्षण करे और उसी के मुताबिक अपनी आव्रजन नीति बनाए. लोकतंत्र में जनता और उनकी सरकारें इन्हीं दायरों में चर्चा करेंगी.
लेखी ने इस बयान पर कहा, ‘‘साक्षर लोगों को कैसे शिक्षित होने की जरूरत है, यह उसका सबसे सटीक उदाहरण है. CAA के लिए सटीक वजह बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रताड़ना का शिकार होकर आए अल्पसंख्यकों को अवसर मुहैया कराना है. अमेरिका में यजीदी की बजाए सीरियाई मुसलमानों को अवसर देने के बारे में वह क्या सोचते हैं?’’
इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा है, ''BJP सांसद, जिन्होंने अभी तक अपने PM की डिग्री नहीं देखी, वह उस माइक्रोसॉफ्ट के CEO की साक्षरता पर सवाल उठा रही हैं, जिसके पास 1,44,000 फुल टाइम पोजिशन वर्कफोर्स है, जिसका रेवेन्यू 125 बिलियन डॉलर है, इसलिए क्योंकि उन्होंने (नडेला ने) CAA पर सवाल उठाए हैं?
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट ने दुनिया को विंडोज दी हैं और BJP सांसद ने दुनिया को अंध-भक्ति की नई परिभाषा दी है.
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