दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है. ED ने कोलकाता स्थित एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के मामले में यह कार्रवाई की है.
सत्येंद्र जैन अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, गृह, बिजली और पीडब्ल्यूडी मंत्री हैं.
ED ने दावा किया था कि उसकी जांच के अनुसार 2015-16 के दौरान सत्येंद्र कुमार जैन की लाभकारी स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनियों को हवाला के माध्यम से कोलकाता बेस्ड शेल कंपनियों (Shell Companies) से 4.81 करोड़ रुपये मिले थे.
ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में 4.81 करोड़ की संपत्ति कुर्क की थी
अप्रैल 2022 में ही ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सत्येंद्र जैन और उनके पारिवारिक रिश्तेदारों से कथित रूप से जुड़ी कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों की कुर्की की थी.
4.81 करोड़ रुपये की जब्त संपत्तियां अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जे.जे. आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ी थीं.
2018 में भी सत्येंद्र जैन से पूछताछ की गयी थी. CBI का आरोप है कि सतेंद्र जैन ऐसे चार कंपनियों को मिले धन के स्रोत के बारे में नहीं बता सके, जिसका शेयर के पास था.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस साल जनवरी में एक चुनावी रैली के दौरान कहा था कि उनके सूत्रों ने उन्हें बताया है कि सत्येंद्र जैन को ED गिरफ्तार कर सकती है.
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