देश के सबसे बड़े बैंक के कर्मचारियों के लिए राहत की बात है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपनी वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी को बदलकर अब वर्क फ्रॉम एनीवेयर (कहीं से भी काम) करने जा रहा है. कोरोना संकट के चलते खड़ी हुई नई परिस्थितियों की वजह से बैंक ने ये फैसला किया है.
बैंक का मानना है कि 'जब पूरी दुनिया में वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा दिया जा रहा है तो बैंक भी अपनी वर्तमान की वर्क फ्रॉम होम की नीतियों को बदलेगा. बैंक अभी वर्क फ्रॉम होम की नीति को बदलकर वर्क फ्रॉम एनीवेयर करने पर काम कर रहा है. अब एडमिनिस्ट्रेटिव काम को करने के लिए जो भी जरूरी टूल्स और टेक्नोलॉजी लगते हैं वो रिमोट इलाके से काम करने के लिए उपलब्ध हैं.'
वर्क फ्रॉम होम के कई फायदे
इसके अलावा भी वर्क फ्रॉम होम के कई फायदे हैं. जैसे की ऑफिस के लिए आने जाने का टाइम और खर्च बचता है. बैंक का कहना है कि वर्क फ्रॉम होम की सुविधा 19 विदेशी ब्रांचों में पहले से ही दी जा चुकी है. अब भारत में मौजूद ब्रांचों में भी ये सुविधा शुरू की जाएगी. इससे बैंक का ऑपरेशनल कॉस्ट कम होने की भी उम्मीद जताई जा रही है. इसके अलावा बैंक अपने स्टाफ की प्रोडक्टिविटी और मोटिवेश को बढ़ाने के लिए भी काम कर रहा है.
कोरोना वायरस की समस्या ने पूरी दुनिया के काम करने के तरीके को बदल कर रख दिया है. वर्क फ्रॉम होम का कल्चर पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ा है. कई प्राइवेट कंपनियों ने खासतौर पर IT, बैंकिंग, कॉरपोरेट कर्मचारियों को स्थाई से रूप से घर से काम करने के लिए कहा है. इससे कंपनी अपने रेंटल को घटाकर कॉस्ट कटिंग कर रही है. साथ ही इस तरह कोरोना वायरस काल में सोशल डिस्टेंसिंग को भी बरकरार रखने में मदद मिल पा रही है.
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