तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अपनी चिंता जाहिर की है. कृषि कानूनों के खिलाफ याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सु्प्रीम कोर्ट ने कहा कि हम हालात को समझते है और हम चाहते हैं कि बातचीत से मामले को सुलझाया जाए.
दरअसल, नए कृषि कानूनों की संवैधानिक वैधता को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी,इसी पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबड़े ने कहा कि हमें हालात में कोई बदलाव नहीं दिख रहा है. हम किसान आंदोलन और कृषि कानूनों की अर्जी पर सोमवार को सुनवाई करेंगे.
बता दें कि हजारों किसान 26 नवंबर से दिल्ली की अलग-अलग बॉर्डर पर 3 कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच सरकार और किसानों में 8 राउंड बातचीत हुई, लेकिन सभी बैठक बेनतीजा रहे.
चीफ जस्टिस ने कहा कि हम हालात को समझते है और हम चाहते हैं कि बातचीत से मामले को सुलझाया जाए. सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल मौजूद थे. उन्होंने अदालत में कहा कि उम्मीद है कि जल्द ही किसानों के मुद्दों का हल निकलेगा और ये गतिरोध खत्म होगा.
अब इस मामले में सभी याचिकाओं पर 11 जनवरी 2021 को सुनवाई होगी.
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