दक्षिण कोरिया और जापान (Japan) ने सोमवार को यहां वरिष्ठ राजनयिकों और रक्षा अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक की जो दोनों देशों के बीच धीरे-धीरे सुधरते रिश्तों की ओर इशारा करते हैं। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने बताया कि मार्च 2018 के बाद से इस तरह की यह पहली वार्ता है।
समाचार एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के ऐतिहासिक विवादों से बिगड़े संबंधों को सुधारने और उत्तर कोरिया के बढ़ते उकसावे की गतिविधियों के मद्देनजर सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए पिछले महीने सहमत हुथे। इसके बाद दोनों देशों के बीच महानिदेशक स्तर की नीति परामर्श बैठक हुई है।
तथाकथित टू-प्लस-टू बैठक ने विदेश मंत्रालय में एशिया और प्रशांत मामलों के महानिदेशक सेओ मिन-जंग और रक्षा मंत्रालय में अंतर्राष्ट्रीय नीति के लिए उप महानिदेशक वू क्यूंग-सूक तथा उनके जापानी समकक्ष - एशियाई और महासागरीय मामलों के महानिदेशक ताकेहिरो फुनाकोशी और रक्षा नीति ब्यूरो के उप महानिदेशक अत्सुशी एंडो शामिल हुए।
सत्र के दौरान, दोनों पक्षों के पूर्वोत्तर एशिया और कोरियाई प्रायद्वीप में सुरक्षा स्थिति और उनकी संबंधित रक्षा और सुरक्षा नीतियों के अपने आकलन को साझा करने की उम्मीद है।
दोनों देशों के नेताओं ने पिछले महीने टोक्यो में एक शिखर सम्मेलन में विभिन्न सरकारी संवाद चैनलों को फिर से सक्रिय करने पर सहमति व्यक्त की, जो 1910-45 के दौरान कोरियाई प्रायद्वीप के जापान के उपनिवेशीकरण से उपजे ऐतिहासिक विवादों के कारण तनावपूर्ण संबंधों के बीच निलंबित हो गए थे।
दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच 1997 में एक समझौते के बाद 1998 में संयुक्त परामर्श बैठक की शुरुआत हुई थी।
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)