अपने बुजुर्गों का हम कितना ख्याल रख रहे हैं, इसका खुलासा हाल के एक सर्वे से हुआ है. चार राज्यों में हेल्पएज के सर्वे के मुताबिक 58 फीसदी बुजुर्गों के साथ उनके घर में मारपीट की गई और 28 फीसदी को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया.
हेल्पएज इंडिया ने पंजाब, हरियाणा, केरल और तमिलनाडु के आठ जिलों में मां-बाप के गुजारे भत्ते से जुड़े मेंटनेंस एंड वेलफेयर ऑफ पैरेंटेस एंड सीनियर सिटिजन्स एक्ट के असर के बारे में सर्वे किया था. सर्वे से पता चला कि इन जिलों में 52 फीसदी बुजुर्गों को मेंटनेंस अलाउंस के लिए अदालत की शरण लेनी पड़ी
52फीसदी बुजुर्गों ने मेंटनेंस अलाउंस के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया. 48 फीसदी बुजुर्गसंपत्ति विवाद में फंसे थे. जिनमें उनकी वसीयत को बदलने के मामले शामिल थे.
बुजुर्गों से मारपीट में पंजाब सबसे आगे
सर्वे के मुताबिक बुजुर्गों से मारपीट में सबसे आगे पंजाब है. उनकी मानसिक प्रताड़ना के मामले में केरल सबसे आगे है और उपेक्षा में तमिलनाडु सबसे आगे. मेंटनेंस याचिका सबसे ज्यादा पंजाब में दायर की गईं. केरल में बुजुर्गों को सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी विवाद झेलना पड़ा जबकि तमिनलनाडु में भी ऐसा ही हाल था.
36 फीसदी बुजुर्गों को अपील दाखिल करने के बाद परिवार ने उन्हें साथ रखने से इनकार कर दिया जबकि 31 फीसदी परिवार के सदस्यों की ओर से नजरअंदाज किए जाने लगे. 24 फीसदी के प्रति परिवार के सदस्यों ने उदासीनता दिखाई और दो फीसदी बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार हुआ.
इनपुट : पीटीआई
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