एनडीटीवी के तेज तर्रार पत्रकार कमाल खान (Kamal Khan) का निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से कमाल खान का निधन हो गया. कमाल खान एनडीटीवी के उत्तर प्रदेश ब्यूरो में कार्यकारी संपादक थे.
कमाल खान को उनकी बेहतरीन पत्रकारिता के लिए पत्रकारिता के क्षेत्र में भारत में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है रामनाथ गोयनका पुरस्कार मिला था. साथ ही भारत के राष्ट्रपति द्वारा गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से भी सम्मानित थे.
कमाल खान के निधन पर उनके चैनल एनडीटीवी ने लिखा है कि तीन दशक से दिल छू लेने वाली खबरें करने वाले, हमारे चहेते कमाल खान, आज हम सबको अनंत शोक में छोड़ कर चले गए. यह हम सबके लिए गहरे शोक की घड़ी है. एनडीटीवी ने कहा,
"आज एनडीटीवी परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति हुई है, हमारे लखनऊ ब्यूरो के दिल, अनुभवी पत्रकार कमाल खान का आज सुबह अप्रत्याशित रूप से निधन हो गया. पिछले दशकों में कमाल की रिपोर्ताज अलग तरह की थी, और वो काव्य निपुणता के साथ कठिन सत्य को व्यक्त करते थे. सबसे बढ़कर, वह एक अद्भुत इंसान थे, जिन्होंने उन सभी के जीवन को छुआ जो उन्हें जानते थे. उनके परिवार के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना और उनकी दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना."
बता दें कि कमाल खान अपने खबर को पेश करने के अंदाज को लेकर काफी मशहूर थे और देश भर में उनके अंदाज और रिपोर्टिंग को सराहा जाता था.
कमाल खान की आखिरी स्टोरी
कमाल खान ने अपनी आखिरी स्टोरी कल शाम की थी. उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले नेताओं के दलबदलने को लेकर उनकी आखिरी रिपोर्ट आप नीचे देख सकते हैं.
कमाल के जाने को लेकर राजनीतिक दलों के नेताओं से लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों ने गहरा दुख जताया है.
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