सेंसेक्स तीन साल के निचले स्तर पर चला गया है. बुधवार को सेंसेक्स 1710 प्वाइंट की गिरावट के साथ बंद हुआ और ये जनवरी 2017 के बाद पहली बार 29000 से नीचे चला गया. बुधवार को सेंसेक्स 28870 और निफ्टी 8850 पर बंद हुआ. इस गिरावट के पीछे एक बार फिर कोरोनावायरस का डर और टेलीकॉम कंपनियों से जुड़ा AGR विवाद रहा.
मार्केट गिरने की वजह
- देश में अब कोरोनावायरस पीड़ितों की संख्या 150 के करीब पहुंच गई है. दुनिया भर में संक्रमित लोगों की संख्या अब करीब दो लाख हो गई है और 8000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में कई राज्यों में रेस्टोरेंट, मॉल, जिम और थियेटर बंद कर दिए गए हैं. ऐसे में आने वाले समय में कारोबार और बिजनेस पर काफी बुरा असर पड़ने के आशंका है. मार्केट इसी बात को लेकर डरा हुआ है.
- AGR पेमेंट को लेकर एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट ने टेलीकॉम कंपनियों और टेलीकॉम विभाग को फटकार लगाई है. कंपनियों ने सेल्फ असेसमेंट की बात कही थी, जिसपर कोर्ट ने कहा कि ऐसा अदालत की इजाजत के बिना क्यों किया जा रहा है. चूंकि बैंकों का अच्छा खासा एक्सपोजर टेलीकॉम कंपनियों में है, लिहाजा बुधवार को बैंकों के शेयर गिरे. टेलीकॉम कंपनियों में इंडसइंड बैंक के 3,995 करोड़ हैं, ऐसे में बुधवार को इस बैंक के शेयर 23% गिरे. वोडाफोन आइडिया के शेयर भी 24% गिरे.
भारतीय बाजारों पर ग्लोबल मार्केट्स का भी असर है. कोरोनावायरस का असर अब दुनिया के हर बाजार पर देखा जा रहा है.
निवेशक रहें सावधान
गिरते बाजारों में निवेशकों का पैसा तो डूब रहा है लेकिन ये भी सच है कि गिरते बाजार निवेश के लिए भी अच्छा मौका पेश करते हैं. जिन लोगों ने लंबे समय के लिए पैसा लगाया है, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कोरोनावायरस का असर कम होते ही बाजार फिर रफ्तार पकड़ेंगे, ऐसा ज्यादातर एक्सपर्ट्स का मानना है. जो लोग अभी निवेश करना चाहते हैं वो निवेश से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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