नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता शरद पवार ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से दो हफ्ते में दूसरी मुलाकात की है. इस मुलाकात के ठीक बाद उन्होंने विपक्षी पार्टियों की बैठक बुलाई है. बताया जा रहा है कि शरद पवार बीजेपी और पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष को लामबंद करने पर काम कर रहे हैं. शरद पवार और टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा की तरफ से कई सारी पार्टियों को न्योता भेजा गया है.
इसके पहले शरद पवार के साथ प्रशांत किशोर की मुलाकात 11 जून को शरद पवार के मुंबई स्थित घर में हुई थी. NDTV के सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच दूसरी मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली, वहीं पहली बैठक करीब 3 घंटे तक चली थी.
22 जून शाम 4 बजे होगी विपक्षी दलों की बैठक
शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर विपक्ष के नेता 22 जून शाम चार बजे जुटने वाले हैं. टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा, आरजेडी के मनोज सिन्हा, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह जैसे कुछ अहम विपक्षी नेता इस बैठक में मौजूद रहेंगे.
कांग्रेस से कौन शामिल होगा, ये साफ नहीं
कांग्रेस की तरफ से इस बैठक में कौन शामिल होगा इस बारे में अब तक ये साफ नहीं है. कहा जा रहा है कि ये शरद पवार की 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ गठबंधन तैयार करने की कोशिश है. ये हाल में दिल्ली में हो रही विपक्षी दलों की पहली बड़ी है.
शरद पवार और प्रशांत किशोर की एक के बाद एक हो रही बैठकों से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों मिलकर मिशन 2024 पर काम कर रहे हैं और बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय गठबंधन बनाने पर काम कर रहे हैं.
पवार और पीके की मुलाकात क्यों अहम?
एनसीपी महाराष्ट्र की एक बड़ी पार्टी है जिसकी बदौलत महाराष्ट्र की सरकार चल रही है. शरद पवार को लोग डिफेक्टो मुख्यमंत्री भी कहते हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रशांत किशोर की क्लाइंट टीएमसी और उसकी चीफ ममता बनर्जी ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को करारी चुनावी शिकस्त दी है. ऐसे में देश की दो बड़ी पार्टियों के दिग्गजों का मिलना ऐसे कयासों को हवा देता है.
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