महाराष्ट्र में मचे सियासी तूफान के बीच शरद पवार और सोनिया गांधी के बीच दिल्ली में अहम मुलाकात हो सकती है. क्विंट को शरद पवार से जुड़े सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि चार या पांच नवंबर को राजनीतिक हालात पर फैसला लेने के लिए दोनों नेता मिलेंगे.
कांग्रेस ने चार नवंबर को देश भर के विपक्षी दलों की दिल्ली में एक मीटिंग भी बुलाई है. इसमें पार्टी अपने दस दिन के लिए होने वाले विरोध प्रदर्शन पर इन पार्टियों से समर्थन मांगेगी. कांग्रेस आर्थिक मंदी, कृषि संकट, बेरोजगारी और RCEP के मुद्दे पर प्रदर्शन करने वाली है.
माना जा रहा है इस मीटिंग में भी शरद पवार की सोनिया गांधी से मुलाकात हो सकती है.
कांग्रेस के भीतर से भी शिवसेना से गठबंधन के लिए आवाजें उठ रही हैं. सांसद और राज्य के वरिष्ठ नेता हुसैन दलवई ने खत लिखकर सोनिया गांधी से शिवसेना के साथ गठबंधन की मांग की है.
शिवसेना-बीजेपी के बीच बढ़ती जा रही है खाई
बता दें महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी के बीच सत्ता बंटवारे को लेकर तकरार बढ़ती जा रही है. शिवसेना नेता संजय राउत ने शरद पवार से मुलाकात भी की थी.
अटकलें लगाई जा रही हैं कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर भी सरकार बना सकती है. बीजेपी और शिवसेना की तरफ से एक-दूसरे पर इस वक्त जुबानी हमले भी जारी हैं. शिवसेना सत्ता में आधी भागीदारी को लेकर अड़ी हुई है. इसके तरह कैबिनेट में आधे मंत्रीपद और ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की पार्टी मांग कर रही है.
वहीं सीएम फडणवीस साफ कर चुके हैं कि मुख्यमंत्री पद पर कोई समझौता नहीं होगा. शिवसेना के मुताबिक चुनाव से पहले बीजेपी ने आधी भागीदारी का वायदा किया था. हालांकि बीजेपी ने इससे इंकार किया है.
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