कोलकाता में विपक्षी नेताओं की रैली के दौरान वरिष्ठ नेता शरद यादव की जुबान फिसल गई. शरद यादव डिफेंस में घोटाले को लेकर बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे थे, इसी दौरान उनके मुंह से राफेल की जगह बोफोर्स घोटाला निकल गया. अब पीएम मोदी ने इसी बात को अपना सियासी हथियार बनाया और विपक्षी दलों पर तंज कस दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि, “जिस मंच से ये लोग देश और लोकतंत्र को बचाने की बात कह रहे थे, उसी मंच पर एक नेता ने बोफोर्स घोटाले की याद दिला दी. आखिर सच्चाई कब तक छुपती है. कभी न कभी तो सच बाहर आ ही जाता है, जो कल कोलकाता में हुआ.’
पीएम मोदी ने ये बयान 'मोदी ऐप' के जरिये महाराष्ट्र और गोवा के बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही. अब मोदी के इस बयान पर शरद यादव ने पलटवार किया है. एएनआई को दी अपनी बाइट में शरद यादव ने कहा कि , “सवाल ये उठता है कि वो इतने ज्यादा बेबस हैं कि किसी की जुबान फिसलने पर भी उसे मुद्दा बना रहे हैं. ये हास्यास्पद है.”
कोलकाता रैली में शरद यादव का पूरा बयान
शनिवार को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में ममता बनर्जी की विपक्षी एकता रैली में संबोधन के दौरान शरद यादव ने कहा कि 'बोफोर्स की लूट, फौज का हथियार और फौज का जहाज यहां लाने का काम हुआ है. ये जो सरकार है, भारत के लोग सीमा पर शहादत दे रहे हैं और डकैती डालने का काम बोफोर्स में हुआ है, डकैती हो गई है.'
शरद यादव ने जैसे ही यह बयान दिया तो इसके बाद टीएमसी नेता डेरेक ओ-ब्रायन को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने पास जाकर शरद यादव को उनकी फिसली जुबान के बारे में इशारा किया. टीएमसी नेता शरद पोडियम के पास आकर बोले- “आपने बोफोर्स बोला है.” इसके तुरंत बाद शरद यादव ने जोर से कहा कि, 'राफेल, माफ करना मैं गलती से बोफोर्स बोल गया था... राफेल... राफेल... राफेल'. इसके बाद फिर ममता आईं और बोली कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है. बोफोर्स नहीं राफेल ही था.''
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