जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम को मंगलवार को एक अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. इमाम को बीते साल 15 दिसंबर को जामिया में हुई हिंसा के संबंध में न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन 15 दिसंबर को दिल्ली के जामिया नगर के पास हिंसक हो गया था. हिंसा के दौरान कई बसों में आग लगा दी गई, जिसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों को चोटें आई थीं.
शरजील को इस मामले से जुड़े होने को लेकर सोमवार को गिरफ्तार किया गया और एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. उसकी रिमांड खत्म होने के बाद उसे मंगलवार को अदालत में पेश किया गया.
दिल्ली पुलिस ने मामले में दायर आरोप-पत्र में उसे लोगों को उकसाने के लिए नामजद किया है. शरजील पर प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के लिए बीते महीने देशद्रोह का मामला भी लगाया गया है.
उस पर छात्रों को लामबंद करने का आरोप है और इमाम इस मामले के संबंध में वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है. एक कथित वीडियो में इमाम को एनआरसी के क्रियान्वयन को रोकने के लिए भारत से पूर्वोत्तर को अलग करने की बात करते हुए देखा जा रहा है.
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