मॉब लिंचिंग के बढ़ते मामलों पर चिंता जताने वाली 49 हस्तियों पर FIR दर्ज होने के लेकर शशि थरूर ने कड़ा विरोध जताया है. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर पूछा है कि 'क्या यही नया भारत है'. 7 अक्टूबर को लिखे लेटर में तिरूवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री की आलोचना करने वालों को ‘राष्ट्र विरोधी’ नहीं समझना चाहिए.
थरूर ने मोदी से अनुरोध किया कि उन्हें सार्वजनिक रुख अपनाकर असहमति को स्वीकार करना चाहिए और राष्ट्र को ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता का भरोसा देना चाहिए, भले ही इसमें आपकी या आपकी सरकार से असहमति क्यों न शामिल हो.’’
तो देश का इतिहास कुछ और ही होता...
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर ब्रिटिश राज में लोगों ने असहमति जताने की हिम्मत नहीं दिखाई होती तो आजाद राष्ट्र के तौर पर भारत का इतिहास कुछ और होता. थरूर ने लेटर में कहा,
‘‘ देश में मॉब लिचिंग (भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या) की बढ़ती घटनाओं को लेकर 23 जुलाई 2019 को आपको लेटर लिखने वाले चिंतित भारतीयों के खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर में FIR दर्ज किए जाने से हम बेहद चिंतित हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम प्राथमिकी के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराना चाहेंगे.’’
49 हस्तियों ने लिखी थी पीएम को चिट्ठी
श्याम बेनेगल, मणिरत्नम, अनुराग कश्यप, सौमित्र चटर्जी, अपर्णा सेन, अदूर गोपालकृष्णन और शुभा मुद्गल समेत 49 मशहूर हस्तियों ने इसी साल जुलाई में प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी था. अपनी चिट्ठी में सभी ने कहा था कि मुस्लिमों, दलितों और दूसरे अल्पसंख्यकों की मॉब लिंचिंग को तुरंत रोकने के लिए सरकार कड़े कदम उठाए. इसके साथ ही लिखा गया था कि असहमति के बगैर लोकतंत्र की कल्पना मुश्किल है.
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