संसद के मॉनसून सत्र (Monsoon Session) के दौरान हंगामा के बाद राज्यसभा से निलंबित विपक्ष के 12 सांसदों के समर्थन में कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने संसद टीवी के अपने शो 'टू द प्वाइंट' को होस्ट न करने का फैसला किया है.
शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर शो छोड़ने को लेकर एक बयान जारी किया है. शशि थरूर ने कहा कि जब तक इन 12 सांसदों का निलंबन वापस नहीं होता, तब तक वह संसद टीवी के टॉक शो को होस्ट नहीं करेंगे.
शशि थरूर ने कहा,
'मेरा मानना है कि एक शो की मेजबानी के लिए संसद टीवी के निमंत्रण को स्वीकार करना भारत के संसदीय लोकतंत्र की सर्वोत्तम परंपराओं के तहत है, जो इस सिद्धांत की पुष्टि करता है कि हमारे राजनीतिक मतभेदों के बाद भी हमें संसद सदस्यों के रूप में विभिन्न संसदीय संस्थानों में पूरी तरह से भाग लेने से नहीं रोकता. मैंने निलंबित सांसदों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए तब तक संसद टीवी के टॉक शो 'टू द प्वाइंट' को होस्ट नहीं करने का फैसला किया है, जब तक सांसदों के निलंबन को रद्द नहीं किया जाता.'
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी अपना शो छोड़ा
बता दें कि इससे पहले शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी रविवार को संसद टीवी के कार्यक्रम 'मेरी कहानी' की एंकरिंग से खुद को हटाने का फैसला लिया था. प्रियंका चतुर्वेदी उन 12 विपक्षी सांसदों में शामिल हैं जिन्हें राज्यसभा में हंगामा करने और नियमों के उल्लंघन के लिए शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है.
प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट पर राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को लिखा पत्र भी शेयर किया है. प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "मैं संसद टी के शो मेरी कहानी के एंकर पद को छोड़ रही हूं. मैं ऐसी जगह किसी पद पर खुद को देखने के लिए तैयार नहीं हूं जहां मेरे अधिकार को ही मुझसे छीना जा रहा है. उन्होंने कहा ये हम 12 सांसदों के मनमाने निलंबन के कारण हुआ है. मैं जितना उस शो से करीब थी मुझे उतना ही उससे दूर होना पड़ रहा है."
संसद से निलंबित 12 सांसदों में कांग्रेस के 6, टीएमसी और शिवसेना के 2-2, सीपीआई और सीपीआईएम के एक-एक सदस्य शामिल हैं.
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