जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने गए शिवसेना के 6 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. ये कार्यकर्ता लाल चौक पर तिरंगा फहराने की कोशिश कर रहे थे. शिवसेना के कार्यकताओं ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ नारेबाजी भी की.
शिवसेना कार्यकताओं ने कहा-
यदि फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर में सत्ता में आना चाहते हैं, तो उन्हें अलगाववादियों की भाषा छोड़ देनी चाहिए.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिवसेना के कार्यकर्ता दो वाहनों में सवार होकर घंटाघर पहुंचे थे, लेकिन उन्हें हिरासत में ले लिया गया . पुलिस इसके बाद कार्यकर्ताओं को कोठीबाग थाने ले गई, जहां कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को दोबारा हासिल करना संभव नहीं है.
जो लोग पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में तिरंगा फहराने के बारे में बात कर रहे हैं. मैं उनसे कहता हूं कि जाओ और श्रीनगर में लाल चौक पर तिरंगा फहराओ. वे ऐसा भी नहीं कर सकते और वे पीओके के बारे में बात कर रहे हैं.फारूक अब्दुल्ला, अध्यक्ष, नेशनल कॉन्फ्रेंस
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला इस बयान के बाद शिवसेना ने एक विशेष टीम को श्रीनगर में तिरंगा फहराने भेजा था.
- इनपुट भाषा और IANS से
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