जम्मू-कश्मीर के त्रिकूट पर्वत पर स्थित माता वैष्णो देवी की पवित्र गुफा तक लोगों को ले जाने के लिए बहुत जल्द ही नई पालकी लाई जाएगी. ये पालकी पूरी तरह से नई डिजाइन की होगी.
श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड जल्द ही ऐसी नई पालकी सेवा शुरू करेगा, जिसमें भक्तों के आराम और पालकीवालों की सुविधा का भी ध्यान रखा गया है.
बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि नई पालकियां आरामदायक, बहुत हल्की, मजबूत और शानदार डिजाइन वाली हैं.
नई पालकी को आईआईटी बॉम्बे के ‘इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर’ और मुंबई के ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरंग’ की एक टीम ने श्राइन बोर्ड के साथ मिलकर तैयार किया है.
बोर्ड को नई डिजाइन वाली एल्युमिनियम की दस पालकी मिली हैं और इन्हें टेस्टिंग के लिए मार्ग पर लगा दिया गया है. अगले महीने 90 और पालकी मिल जाएंगी.श्राइन बोर्ड के अधिकारी
इन सभी 100 पालकियों को बोर्ड के अध्यक्ष औपचारिक रूप से शुरू करेंगे. नई डिजाइन वाली पालकियां पारंपरिक पालकियों से वजन में 30 किलोग्राम हल्की हैं और ये भक्तों को लेकर जाने वाले पालकीवालों के लिए बहुत आरामदायक होंगी.
नवरात्र के मौके पर लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं दरबार
श्राइन बोर्ड की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, आम दिनों में प्रतिदिन करीब 20 से 30 हजार श्रद्धालु माता के दरबार में पहुंचते हैं. लेकिन छुट्टियों और वीकेंड में ये आंकड़ा 50 हजार पार कर जाता है.
एनजीटी के आदेश के मुताबिक, अगर श्रद्धालुओं की संख्या 50 हजार से ज्यादा होती है, तो उन्हें कटरा या अर्धकुमारी पर ही रोका जाता है. आश्विन और चैत्र मास में नवरात्र के मौके पर, साथ ही नए साल के मौके पर लाखों की तादाद में श्रद्धालु माता के दरबार पहुंचते हैं.
बता दें कि वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड भवन और यात्रा से संबंधित सभी सुविधाओं की देख-रेख करता है.
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