लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार एक कार्यक्रम में शिरकत करने अमेठी पहुंचे कुमार विश्वास ने खुद को भारतीय राजनीति का सबसे कम उम्र का 'आडवाणी' बताया. कुमार ने आम आदमी पार्टी में अपनी हैसियत की तुलना बीजेपी के बरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से करते हुए कहा कि वह राजनीति में छोटे आडवाणी हैं.
विश्वास के इस बयान को उनकी पार्टी की ओर से उन्हें राज्यसभा टिकट न दिए जाने वाले मामले से जोड़कर देखा जा रहा है. बता दें कि राज्यसभा के लिए आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास के नाम की चर्चा जोरों पर थी. लेकिन पार्टी ने उनकी बजाय संजय सिंह, एनडी गुप्ता और सुशील गुप्ता को राज्यसभा भेजा.
अमेठी के विकास को लेकर कुमार का तंज
कुमार विश्वास ने अमेठी के विकास को लेकर वहां के सांसद राहुल गांधी पर बिना उनका नाम लिए तंज कसा. अमेठी को लेकर कुमार ने कहा, 'मैं चार साल बाद अमेठी लौटा हूं और मुझे खुशी है कि अमेठी ने अपनी विरासत, अपनी आन बान शान उसी तरह सुरक्षित रखी है. चार साल पहले सड़क पर जहां गढ्ढा था, वो गढ्ढा अभी भी वहीं है. सड़क जहां टूटी थी, अब तक टूटी है. अमेठी ने पिछसे 40 साल से इस राजनीतिक विरासत को सहेज कर रखा है. इसके लिए मैं अमेठी के धैर्यबान लोगों को बहुत बहुत प्रणाम करता हूं.'
बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की टिकट पर अमेठी से चुनाव लड़ा था. हालांकि, उन्हें इस चुनाव में करारी हार मिली थी.
संजय नाम के लोगों को हमसे फायदा
कार्यक्रम के दौरान कुमार ने अपनी ही पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह पर भी तंज कसा. कुमार विश्वास ने कहा कि संजय नाम के लोगों को उनसे फायदा होता है. कुमार ने कहा, 'जब मैं पहली बार अमेठी आया था तो अमेठी के राजा डॉ. संजय सिंह को राज्यसभा मिल गई और जब दूसरी बार आया तो हमारी आम आदमी पार्टी के संजय सिंह को राज्यसभा की सीट मिल गई.’
हर खाते में 15 लाख को लेकर पीएम पर तंज
कुमार विश्वास ने पीएम मोदी के उस बयान को लेकर भी तंज कसा, जिसमें उन्होंने लोकसभा चुनाव में कहा था कि हर देशवासी के खाते में 15 लाख आ सकते हैं. कुमार ने तंज कसते हुए कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री गरीबों के खातों में 15 लाख रुपया पहुंचाने की कोशिशों में लगे हैं. लेकिन जब तक वह पैसा इकट्ठा करते हैं, कोई न कोई लेकर भाग जाता है. पहले माल्या लेकर चले गए और अब नीरव मोदी करोड़ों लेकर चला गया. लोग पैसे लेकर भाग जाते हैं तो इसमें पीएम की क्या गलती है.'
(क्विंट और बिटगिविंग ने मिलकर 8 महीने की रेप पीड़ित बच्ची के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. 28 जनवरी 2018 को बच्ची का रेप किया गया था. उसे हमने छुटकी नाम दिया है. जब घर में कोई नहीं था,तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. तीन सर्जरी के बाद छुटकी को एम्स से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे अभी और इलाज की जरूरत है ताकि वो पूरी तरह ठीक हो सके.छुटकी के माता-पिता की आमदनी काफी कम है, साथ ही उन्होंने काम पर जाना भी फिलहाल छोड़ रखा है ताकि उसकी देखभाल कर सकें. आप छुटकी के इलाज के खर्च और उसका आने वाला कल संवारने में मदद कर सकते हैं. आपकी छोटी मदद भी बड़ी समझिए. डोनेशन के लिए यहां क्लिक करें.)
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