ADVERTISEMENTREMOVE AD

ह्यूस्टन में मोदी ने सिखों से कहा- जल्द ही आपको मिलेगा सरप्राइज

सिखों के 50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मोदी से मुलाकात की

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

अमेरिका के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारतीय समुदाय के लोगों ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान सिखों के 50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मोदी से मुलाकात की और ब्लैकलिस्ट से 300 से ज्यादा समुदाय के सदस्यों के नाम हटाने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया.

भारत सरकार ने पिछले हफ्ते 312 विदेशी सिख नागरिकों के नाम ब्लैकलिस्ट से हटा दिए थे, जो भारत में सुरक्षा विरोधी गतिविधियों में शामिल थे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सिख प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य गुरिंदर सिंह खालसा ने कहा-

हमने प्रधानमंत्री से सिख राजनीतिक आश्रयों को वीजा और पासपोर्ट सेवाएं प्रदान करने का आग्रह किया. अमेरिका में रहने वाले एक बड़े सिख समुदाय के लिए यह महत्वपूर्ण है क्योंकि हम इस साल गुरु नानक देव की 550वीं जयंती मना रहे हैं.

पीएम मोदी ने भी ट्वीट किया, "मैंने ह्यूस्टन में सिख समुदाय के साथ एक अच्छी बातचीत की. मैं विकास के प्रति उनके जुनून को देखकर खुश हूं!"

बातचीत के दौरान मोदी ने सिख प्रतिनिधिमंडल से ये भी कहा कि उनके पास सिख समुदाय के लोगों के लिए एक सरप्राइज और अच्छी खबर है. पीएम ने इसके लिए लोगों से थोड़ा इंतजार करने का आग्रह किया.

IGI एयरपोर्ट का नाम बदलने की अपील

MEA के प्रवक्ता ने ट्वीट करके बताया कि सिख प्रतिनिधिमंडल ने मोदी से नई दिल्ली में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम बदलकर गुरु नानक देव इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखने की अपील की.

ओरेगन के एक व्यापारी बहादुर सिंह, जो प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, उन्होंने कहा कि किसी दूसरे भारतीय प्रधानमंत्री ने मोदी की मुकाबले सिख समुदाय के लिए इतना कुछ नहीं किया है. उन्होंने कहा, "ये उनसे मिलने का एक शानदार मौका था. उन्होंने सिख समुदाय से किए गए सभी वादों को पूरा किया है."

प्रतिनिधिमंडल ने मोदी को अपनी मांगों की एक लिस्ट भी सौंपी. उस ज्ञापन में लिखा था, “हम आपके और आपके प्रशासन के आभारी हैं कि इस ज्ञापन में लिखें कई मुद्दों को हल किया जा चुका है. हालांकि, कुछ और अनसुलझे मुद्दे हैं.”

50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख सदस्यों में न्यू मैक्सिको के सतपाल सिंह खालसा, सिख व्यापारी दर्शन सिंह धालीवाल, इंडियाना से रछपाल सिंह और इलिनोइस से जसविंदर सिंह शामिल थे. इस ज्ञापन में प्रधानमंत्री को 1984 के सिख विरोधी दंगों के कुछ अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए धन्यवाद भी दिया गया था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×