सिक्किम (Sikkim) में अचानक आई बाढ़ में फंसने के बाद मंगलवार (3 अक्टूबर) देर रात भारतीय सेना के 23 जवान लापता हो गए. पूर्वी कमान के त्रिशक्ति कोर ने एक बयान में कहा कि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर अचानक बादल फटने के कारण लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई.
डेक्कन क्रॉनिकल से एक अधिकारी ने कहा कि घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं और पुष्टि करने के प्रयास जारी हैं, जबकि चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट ऊंचे जल स्तर में अचानक वृद्धि हुई है.
इससे सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हो गए हैं.
सेना अधिकारी ने कहा, "23 कर्मियों के लापता होने की सूचना है और कुछ वाहनों के कीचड़ में डूबे होने की खबर है. तलाशी अभियान जारी है."
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, "सिक्किम में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में 23 सैनिकों के लापता होने की खबर से बहुत चिंतित हूं. इस मामले पर हमारी सरकार की ओर से सहायता और एकजुटता का वादा करते हुए, मैं उत्तर बंगाल के सभी संबंधित लोगों से आपदाओं को रोकने के लिए वर्तमान मौसम में अधिकतम सतर्कता बरतने का भी आग्रह करती हूं. मैंने पहले ही अपने मुख्य सचिव से आपदा प्रबंधन तैयारी उपायों का समन्वय करने के लिए कहा है. कलिम्पोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं. बचाव और राहत कार्यों की निगरानी के लिए राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों और वरिष्ठ IAS अधिकारियों को उत्तर बंगाल भेजा गया है."
बादल फटने के बाद सिंगतम में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने पर सिक्किम बीजेपी अध्यक्ष डॉ थापा ने कहा, "हमें सबका सहयोग चाहिए. हम क्षति का अभी आंकलन नहीं कर सकते इतना क्षति हुआ है. मैं सबसे सिक्किम को मदद करने की अपील करता हूं."
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