पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा के खिलाफ रंगदारी मामले में चार्जशीट दायर कर दी गई है. स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने छात्रा समेत पांच लोगों का नाम चार्जशीट में शामिल किया है.
इसके साथ ही एसआईटी ने चिन्मयानंद के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में भी चार्जशीट दायर की है. दो महीने लंबी जांच के बाद दोनों मामलों में 20 पेज की चार्जशीट दायर की. केस डायरी कुल 4,700 पेजों की है.
SIT ने 79 सबूत भी जमा किए और कोर्ट से कहा कि जांच के दौरान 105 लोगों से पूछताछ की गई. एसआईटी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ओम वीर सिंह की कोर्ट में चार्जशीट दायर की. सभी आरोपी अदालत में मौजूद थे. इसमें चिन्मयानंद, छात्रा और उसके साथी संजय सिंह, विक्रम सिंह, सचिन सेंगर मौजूद थे. उन्हें जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच लाया गया और जिला अदालत में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी. कोर्ट में आरोपों को अलग-अलग पढ़ा गया.
बीजेपी नेता राठौर भी वसूली मामले में शामिल
एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा के मुताबिक, चार्जशीट में ये भी शामिल किया गया है कि डीपीएस राठौर भी चिन्मयानंद से 1.25 करोड़ रुपये की जबरन वसूली की कोशिश में शामिल थे. राठौर, शाहजहांपुर जिला कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन और बीजेपी नेता हैं. उनके सहयोगी अजीत कुमार जबरन वसूली में शामिल एक आरोपी का संबंधी है.
राठौर और अजीत कुमार पर जबरन वसूली, सबूतों को गायब करने, आपराधिक धमकी देने को लेकर भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं में आरोप लगाए गए हैं. एसआईटी ने उन्हें अभी गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन उनके नाम को शामिल किया है.
एसआईटी ने 105 लोगों के बयान दर्ज किए हैं और 55 दस्तावेजों को चार्जशीट में शामिल किया है. एसआईटी इस मामले पर 28 नवंबर को स्थिति रिपोर्ट दाखिल करेगी.
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