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जब मैं JNU में था तब वहां ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ नहीं था:विदेश मंत्री

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि उनके वक्त JNU में कोई ‘टुकड़े टुकड़े गैंग’ नहीं देखा

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भारत
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जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार, 5 जनवरी की रात हुई हिंसा को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि उनके वक्त में JNU में ऐसा कुछ नहीं होता था. इसी के साथ जयशंकर ने ये भी कहा कि अपने वक्त में उन्होंने JNU में कोई 'टुकड़े टुकड़े गैंग’ नहीं देखा. वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जयशंकर के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि ऐसे ‘लेबल’ मौजूदा सरकार ने ही गढ़े हैं.

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JNU में 5 जनवरी को हुई हिंसा में कई छात्रों और शिक्षकों को गंभीर चोट आई है. JNUSU ने हिंसा के लिए ABVP को जिम्मेदार ठहराया है, तो वहीं ABVP ने यही आरोप लेफ्ट ग्रुप के लोगों पर लगाया है. JNU से पढ़े हुए कई लोगों ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है. इसी सिलसिले में यूनिवर्सिटी से पढ़ चुके विदेश मंत्री एस जयशंकर से सवाल किया गया तो उन्होंने 'टुकड़े-टुकड़े गैंग’ का जिक्र किया.

सोमवार 6 जनवरी को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री ने कहा-

“मैं निश्चित रूप से आपको बता सकता हूं, जब मैं जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में पढ़ता था तो हमने वहां कोई ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ नहीं देखा.
एस जयशंकर, विदेश मंत्री

थरूर का पलटवार

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान पर कहा क्योंकि ये लेबल मौजूदा सरकार ने ही लगाया है. शशि थरूर ने कहा, “हां, क्योंकि मौजूदा सरकार द्वारा उन लेबलों का निर्माण असहमति जताने और उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए किया गया है!”

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बता दें कि JNU कैंपस में रविवार शाम को जमकर हिंसा हुई. हाथ में डंडे और रॉड लिए नकाबपोश हमलावरों ने कैंपस के अंदर घुसकर जमकर तोड़फोड़ और मारपीट की. इस दौरान जेएनयूएसयू अध्यक्ष, महासचिव समेत करीब 28 लोग जख्मी हुए. बाद में दिल्ली पुलिस ने कैंपस के अंदर जाकर फ्लैग मार्च किया. दिल्ली के AIIMS में घायलों का इलाज चल रहा है. इस घटना के बाद मुंबई, कोलकाता, अलीगढ़ के छात्र भी जेएनयू के समर्थन में उतर आए और उन्होंने भी विरोध प्रदर्शन किया.

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