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अयोध्या में इन दिनों गूंज रहे हैं VHP और शिवसेना के ये नारे

सड़क से सोशल मीडिया तक तैयार की जा रही है आंदोलन की जमीन

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राम लला के वास्ते, खाली कर दो रास्ते

इन दिनों अयोध्या की तरफ जाने वाली तमाम सड़कों पर ये और ऐसे कई नारे पुरजोर तरीके से गूंज रहे हैं. वजह है राम मंदिर निर्माण को लेकर 25 नवंबर को बुलाई गई धर्मसभा, जिसमें विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी), राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और शिवसेना जैसे संगठन शामिल होंगे.

इस धर्मसभा को सफल बनाने के लिए अयोध्या और आसपास के इलाकों में जनसंपर्क किया जा रहा है. वीर रस के नारों की शक्ल में राम लला और राम मंदिर कार्यकर्ताओं में जोश भर रहे हैं. तो आइए, जानते हैं कि अयोध्या की हवा में इन दिनों कौन से नारे उछाले जा रहे हैं.

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विश्व हिंदू परिषद के अलावा इस बार शिवसेना भी मंदिर निर्माण मुद्दे को लेकर काफी सक्रिय दिख रही है. शिवसेना ने भी मंदिर मुद्दे को लेकर नारा दिया है,

‘हर हिंदू की यही पुकार, पहले मंदिर फिर सरकार.’

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी 24-25 नवंबर को अयोध्या आ रहे हैं.

खौफ में मुस्लिम पक्षकार

अयोध्या में आयोजित हो रही धर्मसभा को लेकर मुस्लिम पक्षकार डरे हुए हैं. उनके मुताबिक हालात दिसंबर 1992 जैसे दिख रहे हैं. राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद अयोध्या विवाद में मुकदमा करने वाले इकबाल अंसारी, हाजी महबूब और मोहम्मद उमर ने मुस्लिम समुदाय को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है.

इकबाल अंसारी के मुताबिक

विश्व हिंदू परिषद और शिवसेना के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में अयोध्या में जमा हो रहे हैं, जिससे यहां मुस्लिम समुदाय बहुत डरा हुआ महसूस कर रहा है.
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सड़क से सोशल मीडिया तक कैंपेन

धर्मसभा को सफल बनाने के लिए सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक ‘अयोध्या चलो’ का नारा बुलंद किया जा रहा है. सड़कों पर बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं और फेसबुक, व्हाट्सऐप और ट्विटर के जरिए '25 नवंबर को अयोध्या चलो' का संदेश फैलाया जा रहा है.

सूत्रों की मानें तो 1992 जैसे आंदोलन को पुर्नजीवित करने के लिए विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस जैसे संगठन पूरा जोर लगा रहे हैं.

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‘हल्दी और अक्षत’ से डोर टू डोर कैंपेनिंग

वीएचपी और संघ के सैकड़ों कार्यकर्ता इन दिनों अयोध्या और इसके आसपास के जिलों में संपर्क अभियान चला रहे हैं. घर-घर जाकर लोगों को ‘हल्दी और अक्षत’ देकर उनसे धर्मसभा में पहुंचने की अपील की जा रही है.

अयोध्या में होने वाली ‘धर्मसभा’ में 25 लाख से ज्यादा लोगों के जुटने का दावा किया जा रहा है.

धर्म सभा के आयोजन के लिए भक्तमाल आश्रम के पास करीब 90 बीघा जमीन पर तैयारियां की जा रही हैं. धर्म सभा के लिए 40X80 का एक बड़ा मंच भी तैयार किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि जिस 90 बीघे की जमीन में कार्यक्रम होना है, वहां तक पहुंचने के लिए पांच प्रवेश द्वार बनाए गए हैं.
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बता दें कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हिंदूवादी संगठन लगातार दबाव बना रहे हैं कि वह संसद से कानून पारित कराकर राम मंदिर निर्माण का रास्ता तैयार करे. विश्व हिंदू परिषद के अलावा इस बार शिवसेना भी मंदिर निर्माण मुद्दे को लेकर सक्रिय दिख रही है.

नारों की भीड़ में अयोध्या के कुछ लोग भी मजाक में एक नारा लगा रहे हैं-

मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे

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