समाज में हर पल हिंसा की शिकार हो रही महिलाओं के लिए एक नए तरह का डर सामने आया है. ये डर किसी इंसान या हथियार का नहीं, बल्कि सोशल मीडिया का है. अपनी बात रखने का एक सशक्त माध्यम माने जाने वाला यह प्लेटफॅार्म अब लोगों के लिए डरावनी जगह बन गई है, खासकर महिलाओं के लिए.
हाल ही ऐसे कई मामले सामने आए, जिसमें इस खुले मंच पर अपनी बात रखने के लिए औरतों को धमकी और बदतमीजी का शिकार होना पड़ा. यह उनके लिए मानसिक हिंसा और प्रताड़ना का नया अड्डा बनता जा रहा है.
हाल ही में बरखा दत्त के नाम के साथ गाली जोड़कर ट्विटर पर हैशटैग ट्रेंड कराया गया और यह पहली बार नहीं था. इससे पहले भी राना अयूब, कविता कृष्णन, अलका लांबा, यशोदा बेन, स्मृति ईरानी, अंगूरलता डेका के विरोध में भी फेसबुक और ट्विटर पर आपत्तिजनक बातें की गई. मार देने और बलात्कार कर देने तक की धमकियां दी गई.
बरखा दत्त
सामाजिक और भाषाई रूप से अभद्र, आक्रामक और महिला विरोधी ट्वीट्स के जरिए बरखा दत्त को पब्लिकली शर्मिंदा करने की कोशिश की गई.
कविता कृष्णन
ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव वुमन एसोसिएशन की सेक्रेटरी और सीपीएम (एमएल) पोलित ब्यूरो की सदस्य कविता कृष्णन ने कथित ‘फ्री सेक्स’ के बारे में विचार रखे, तो उनके खिलाफ एक वरिष्ठ पत्रकार ने अभद्र टिप्पणी की. उन्हें भी साइबर अब्यूज और ट्विटर ट्रायल का शिकार होना पड़ा. कविता ने फेसबुक पेज पर फ्री सेक्स के समर्थन में एक पोस्ट की थी. इस पर एक यूजर जीएम दास ने कमेंट किया, ‘अपनी मां/बेटी से पूछो कि क्या उन्होंने फ्री सेक्स किया है.’
स्मृति ईरानी
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री को ट्विटर पर कई बार ट्रोल किया गया. गृह मंत्रालय की ओर से जेड सुरक्षा कवर दिए जाने पर और उनके ग्रेजुएशन डिग्री को लेकर उठे विवाद के समय भी कई बार उनके लिए बेहद आपत्तिजनक संदेश लिखे गए. उन्हें ‘मनुस्मृति’ ईरानी के नाम से भी ट्रोल किया गया.
प्रियंका चतुर्वेदी
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी को ट्विटर पर एक व्यक्ति ने कहा, ‘आपके साथ बलात्कार करके निर्भया की तरह क्रूरता से आपकी हत्या करनी चाहिए. आप राहुल गांधी की लिव इन पार्टनर क्यों नहीं बन जातीं…’ इस पर प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को टैग करके कहा, ‘उनके पास तो जेड सिक्योरिटी है, लेकिन मैं बलात्कार और हत्या की धमकियां झेल रही हूं.’ इस पर स्मृति ईरानी और प्रियंका चतुर्वेदी में ट्विटर वॉर भी हुआ.
ऐश्वर्या राय
पेरिस में हुए कांस फेस्टिवल में ऐश्वर्या ने जिन परिधानों को पहना और जैसे मेकअप का प्रयोग किया, उसे लेकर सोशल मीडिया पर उनका काफी मजाक उड़ाया गया. ऐश्वर्या लॉरियल ब्रांड से जुड़ी हुई हैं. उनका मेकअप ब्रांड की टीम ने निर्धारित किया था. महज पर्पल लिपस्टिक लगाने से सोशल मीडिया में ट्रेडिंग और ट्रोल होना काफी हैरानी भरा था. उनकी तुलना बैंगन और स्मर्फ से की गई.
कंगना रनोट
राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली अभिनेत्री कंगना रनोट भी सोशल मीडिया पर होने वाली अभद्रता का शिकार हुईं. ऋतिक रोशन के साथ विवाद, पासपोर्ट पर उम्र विवाद जैसी वजहों को लेकर कंगना के खिलाफ ट्विटर पर कैरेक्टरलेस कंगना, फेक फेमिनिज्म जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे. 17 से 19 मई तक फेक फेमिनिस्ट कंगना हैशटैग ट्रेंड करता रहा. इसके बाद 19 मई को एक बार फिर क्वीन ऑफ लाइफ हैशटैग ट्रेंड हुआ.
मानसिकता पर लगे रोक
केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखकर साइबर अब्यूज की शिकार होने वाली महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए कदम उठाने की बात कही है.
महिलाओं को कई बार इंटरनेट पर क्रूरता का सामना करना पड़ता है. पहले इंटरनेट प्रदाता हमसे इस बाबत बात करने को तैयार नहीं थे. लेकिन बाद में उन्होंने संबंधित विस्तृत जानकारी देने की बात मान ली.मेनका गांधी
मेनका गांधी ने गृह मंत्रालय से कहा है कि सोशल मीडिया पर महिलाओं के साथ होने वाले बर्ताव को लेकर कायदे-कानून बनाए जाएं. हम इस मुद्दे को आगे भी उठाते रहेंगे.
इंटरनेट पर इस तरह के हमले की प्रवृत्ति पर रोक लगाने की पहल होनी चाहिए. इस पर नियंत्रण जरूरी है. ऐसे प्लेटफाॅर्म पर अलग से गाइडलाइन बननी चाहिए.
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