कोलकाता से बागडोगरा जाने वाली स्पाइसजेट (SpiceJet) की फ्लाइट में सफर करने वाली 26 वर्षीय एक महिला ने सह-यात्री पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं. महिला ने एयरलाइन पर भी आरोप लगाया है कि उसे शिकायत दर्ज करने से रोका गया. हालांकि, स्पाइसजेट के एक प्रवक्ता ने कहा कि "महिला बिना कोई लिखित शिकायत दर्ज कराए ही बागडोगरा एयरपोर्ट से चली गई, जिससे स्पाइसजेट द्वारा आगे की जांच में मुश्किल हुई."
Indian Express की एक रिपोर्ट में बताया गया कि महिला के मुताबिक, घटना 31 जनवरी की है, जब वह अपने परिवार के तीन सदस्यों के साथ बागडोगरा जा रही थी.
सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही महिला ने कहा कि वह एक ऐसी सीट पर चली गई, जहां बीच की सीट पर एक आदमी बैठा था और खिड़की और गलियारे की सीटें खाली थी.
"मैंने उसे थप्पड़ मारा"
Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक महिला ने कहा कि "मैंने सोचा कि मैं गलियारे वाली सीट ले लेती हूं, उस आदमी ने भी कोई आपत्ति नहीं जताई, इसलिए मैं वहीं बैठ गई. उड़ान भरने के 15 मिनट बाद मुझे लगा कि कोई मुझे छूने की कोशिश कर रहा है. मुझे लगा कि जगह की समस्या है इसलिए सभी को आर्मरेस्ट को एडजस्ट करना होगा."
महिला ने आगे कहा कि "उसने मेरी जांघों पर की भी हाथ फेरने की कोशिश की. हालांकि, जब क्रू के आने के बाद उस आदमी ने अपनी पोजीशन बदल ली और अपने प्राइवेट पार्ट को हाथ से ढकने की कोशिश कर रहा था. मैंने खड़े होकर उसे थप्पड़ जड़ दिया."
महिला ने आगे बताया कि "इसके बाद सब लोग आ गए. फ्लाइट अटेंडेंट ने उससे पूछना शुरू कर दिया कि वह कैसा है और क्या उसे किसी चीज की जरूरत है. मेरे समझाने के बावजूद कि क्या हुआ है, क्रू वाले उसे 'सर' कहकर बुला रहे थे. इस वजह से मुझे गुस्सा आया क्योंकि पीड़िता मैं थी, वह नहीं."
महिला ने कहा कि जब मैं बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतरी, तो वहां शिकायत दर्ज कराना चाहती थी लेकिन एयरलाइन स्टाफ और अन्य लोगों ने बताया कि इसका एक लंबा प्रोसेस है और इससे बहुत परेशानी होगी.
"वह कोई छोटा लड़का नहीं था. वह पांचवें वर्ष का लॉ स्टूडेंट है, जो जानता था कि वह क्या कर रहा है. उसे परिणाम भुगतना होगा. लेकिन एयरलाइन स्टाफ ने मुझे शिकायत दर्ज कराने से मना कर दिया. एयरपोर्ट के अधिकारियों और सेक्योरिटी के लोगों ने मुझसे कहा कि माफी मांगने के बाद उसे जाने दिया जाए."पीड़ित महिला
पीड़ित महिला ने कहा कि "मैंने जिन चीजों का सामना किया उससे मैं परेशान हूं. मैं सिविल सेवा की परीक्षा पास करना चाहती हूं. मैं अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहती हूं."
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि केबिन क्रू ने स्थिति को संभालने के लिए तुरंत हस्तक्षेप किया और सह-यात्री ने किसी भी गलत काम से इनकार किया.
"दोनों यात्रियों को अलग-अलग सीटों पर बैठाकर मामले को सुलझाने की कोशिश की गई. चालक दल ने पुरुष यात्री को वहां से हटाया. बागडोगरा एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद, दोनों यात्रियों की सहायता की गई और स्पाइसजेट सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा अराइवल पर CISF अधिकारियों तक पहुंचाया गया."प्रवक्ता, स्पाइसजेट
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने आगे कहा कि "महिला यात्री ने सह-यात्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. सह-यात्री ने CISF कर्मचारियों के सामने माफी मांगी और महिला यात्री बिना कोई लिखित शिकायत दर्ज कराए ही एयरपोर्ट से चली गई, जिससे स्पाइसजेट द्वारा की जाने वाली आगे की जांच में मुश्किल हुई. पूरी घटना के दौरान, हमारे केबिन क्रू ने सक्रिय रूप से महिला यात्री की सहायता की और उनके सुरक्षा का पूरा खयाल रखा."
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