जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार की शाम को आतंकियों ने स्पेशल पुलिस ऑफिसर मुदसिर अहमद लोन का अपहरण कर लिया था. शनिवार रात को मुदसिर सही सलामत घर लौट आए हैं. कश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल एस पी पाणी ने खबर की पुष्टि की है.
तीन आतंकवादी शुक्रवार शाम को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल इलाके के चंकतर गांव में एक घर में घुस गए और एसपीओ मुदसिर अहमद लोन को अगवा कर लिया था. मुदसिर अहमद की तैनाती अवंतिपुरा के राशिपुरा में है.
मुदसिर के अपहरण के बाद उनकी मां ने एक वीडियो भी जारी किया था. इसमें वे भावुक होकर आतंकियों से अपने बेटे की जान बचाने की गुहार लगा रही थीं.
बढ़ रही हैं जवानों के अपहरण की घटनाएं
जम्मू-कश्मीर में अब तक पांच जवानों को आतंवादी अगवा कर हत्या कर चुके हैं. हालही में कुलगाम से एक पुलिसकर्मी सलीम शाह को अगवा कर लिया गया था बाद में उनकी हत्या कर दी गई.
जवानों के अपहरण का सिलसिला कोई नई बात नहीं है, साल 2017 में कुलगाम से लेफि्टनेंट फैयाज को अगवा कर लिया गया था. उन्हें एक रिश्तेदार के यहां से बंधक बनाया गया था. अगली सुबह उनका गोलियों से छलनी शव मिला था. फयाज, कश्मीर से एनडीए क्लीयर करने वाले पहले ऑफिसर थे.
इसके बाद इरफान अहमद को भी अगवा कर आतंकियों ने उनकी हत्या कर दी थी. ऐसे ही आतंकियो ने शोपियां से पुलिसकर्मी जावेद डार को अगवा कर उनकी हत्या की थी.
सेना के जवान औरंगजेब की हुई थी हत्या
जावेद के चंद दिनों पहले 14 जून को आतंकियों ने सेना के जवान औरंगजेब की अपहरण कर हत्या कर दी थी. उनका शव पुलवामा के गुस्सु गांव में मिला था.
औरंगजेब जम्मू-कश्मीर की लाइट इन्फेंट्री का हिस्सा थे, जो 44 राष्ट्रीय रायफल्स के साथ काम कर रही थी. औरंगजेब शोपियां में 44RR की कोर टीम का हिस्सा थे. वे उस टीम का भी हिस्सा थे जिसने जैश के सरगना मसूद अजहर के भतीजे को मारा था.
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