श्रीलंका में हुए सीरियल बम धमाकों के बाद अब आतंकियों पर भी कार्रवाई शुरू हो चुकी है. श्रीलंका पुलिस ने इस्लामिक आतंकी संगठन पर कार्रवाई की है, जिसमें अभी तक कुल 15 संदिग्धों को मार गिराया गया है. आतंकी कैंप पर हुए इस हमले में 6 बच्चों और तीन महिलाओं की भी मौत हुई है. श्रीलंका पुलिस ने आतंकियों की सूचना के बाद ये ऑपरेशन शुरू किया.
श्रीलंका में शुक्रवार देर शाम भी बम धमाके की खबरें आईं थी. खबरों के मुताबिक, सुरक्षाबलों के ऑपरेशन के दौरान ये धमाके एक इमारत के अंदर हुए.
श्रीलंका में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में करीब 259 लोगों की मौत हुई थी, इस आतंकी हमले में 500 से ज्यादा लोग घायल हुए. श्रीलंका के कोलंबो और आस-पास के शहरों में लगातार 8 ब्लास्ट किए गए थे. हमले के कुछ दिन बाद आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने इसकी जिम्मेदारी ली
चल रहे हैं सर्च ऑपरेशन
श्रीलंका में इतने बड़े आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबल लगातार सर्च ऑपरेशन में जुटे हैं. हर संदिग्ध की तलाश की जा रही है. इसके अलावा सभी इमारतों की सुरक्षा बढ़ाई गई है. किसी भी संदिग्ध चीज को देखते ही पुलिस को बताने की हिदायत दी जा रही है. श्रीलंका पुलिस आतंकियों की खुफिया सूचना जुटा रही है. इसी के तहत आतंकी संगठनों पर ये कार्रवाई हो रही है. पुलिस आतंकी कैंप को निशाना बना रही है.
भारत ने दी थी हमले की जानकारी
श्रीलंका में हुए सीरियल बम धमाकों से लगभग 10 दिन पहले ही भारत ने श्रीलंका को ऐसे हमले की एडवाइजरी जारी कर दी थी. भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसियों ने इस बड़े हमले से जुड़ी जानकारियां और रिपोर्ट श्रीलंका को सौंप दी थी. इस एडवाइजरी में आतंकी संगठन और उसके सरगना का नाम भी शामिल था. लेकिन भारत की इस एडवाइजरी के बाद भी आतंकियों ने इतने बड़े हमले को अंजाम दे दिया. अब तक इस हमले में 359 लोगों की जान जा चुकी है और करीब 500 लोग घायल हुए थे.
10 भारतीयों ने गंवाई जान
श्रीलंका में 21 अप्रैल रविवार को हुए सिलसिलेवार 8 आत्मघाती बम धमाकों में 10 भारतीयों की भी मौत हो गई. इसमें से 9 भारतीयों के शव भारत लाए जा चुके हैं. इस हमले में मारे गए कम से कम 34 विदेशी नागरिकों की पहचान की जा चुकी है. इनमें दस भारतीयों के अलावा तीन डेनमार्क से और जापान, नीदरलैंड, पुर्तगाल, बांग्लादेश, स्पेन के एक-एक नागरिक थे. चीन, सऊदी अरब, तुर्की के दो-दो नागरिकों के अलावा ब्रिटेन के छह नागरिक भी मृतकों में शामिल थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)