जेएनयू, जामिया यूनिवर्सिटी में हिंसा के बाद देशभर में प्रदर्शन चल रहे हैं. कई यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट के छात्र जेएनयू के छात्रों के समर्थन में विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहे हैं. अब दिल्ली के बेहद प्रतिष्ठित स्टीफेंस कॉलेज और दिल्ली स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स के छात्रों ने भी विरोध में क्लास का बहिष्कार कर दिया है. बता दें कि 8 जनवरी को नागरिकता कानून, NRC और सरकार की नीतियों के खिलाफ देश के कई संगठनों ने 'भारत बंद' भी बुलाया है.
स्टीफेंस कॉलेज में निकलने मार्च के दौरान छात्रों ने तख्तियों पर लिखा,
“मौजूदा फासीवादी सरकार अपनी नीतियों के जरिए, शिक्षा के निजीकरण के जरिए एक के बाद एक यूनिवर्सिटीज पर हमलों का प्रतिनिधित्व कर रही है,’’
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नागरिकता संशोधन कानून, 2019 के खिलाफ अपनी आवाज उठाते हुए छात्रों ने कहा कि NRC-NPR सरकार का ऐसा ताजा कदम है जिसके जरिए मुस्लिमों और पूर्वोत्तर के राज्यों के लोगों का अधिकार छीनने की कोशिश हो रही है.
“ऐसे संस्थान, जिसका लोकतांत्रिक आंदोलनों में लंबा इतिहास रहा है, ऐसे संस्थान के छात्र के तौर पर हमें अपने प्रतिरोध को साहस के साथ जाहिर करने की जरूरत है.’’
दिल्ली स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स भी प्रदर्शन में शामिल
दिल्ली स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स (DSE) के छात्रों भी जेएनयू में छात्रों के साथ हुई हिंसा के विरोध में प्रदर्शन में हिस्सा लिया. DSE के छात्र दिल्ली यूनिवर्सिटी में हिंसा के विरोध में हुए प्रदर्शन में शामिल हुए. DSE कोई भी राजनैतिक स्टैंड लेने से बचता रहा है, ऐसे में छात्रों के समर्थन में आना काफी अहम है. दिल्ली स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स डीयू का एक प्रतिष्ठित पोस्ट ग्रेजुएशन स्कूल है और इसकी गिनती देश के टॉप इंस्टीट्यूट्स में की जाती है.
JNU हिंसा के विरोध में प्रदर्शन जारी
बता दें कि 5 जनवरी की शाम को जेएनयू में कुछ नाकाबपोशों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में हमला किया. हमलावर कैंपस में अगल-अलग हॉस्टल में घुसे और जमकर तोड़-फोड़ की. हमलावरों ने छात्रों के साथ मारपीट भी की. इससे पहले जामिया यूनिवर्सिटी में हुए बवाल के बाद भी बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे और कुछ जगहों पर अब भी प्रदर्शन जारी हैं.
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