कोरोना वायरस से देश को काफी नुकसान हुआ है और इससे जंग लड़ने के लिए सरकार फंड भी इकट्ठा कर रही है. पीएम मोदी ने इसके लिए PM-CARE फंड बनाया है. इस बीच गुजरात से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. गुजरात में एक शख्स ने सरकार की मदद के लिए 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को बेचने का ऑनलाइन एडवरटाइजमेंट जारी कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात शख्स के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.
गुजरात पुलिस ने जानकारी दी है कि एक अज्ञात शख्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसने 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को बेचने के लिए OLX पर ऑनलाइन एडवरटाइजमेंट दिया है. उन्होंने कहा,
‘शख्स ने एडवरटाइजमेंट में लिखा है कि अस्पताल और मेडिकल सुविधाओं की आवश्यकता के लिए सरकार ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को 30,000 करोड़ रुपये में बेच रही है.
पुलिस ने बताया कि इस बारे में अखबार में खबर आई थी, जिसके बाद स्मारक के अधिकारियों को इस बारे में पता चला और उन्होंने पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने शख्स पर धोखाधड़ी जालसाजी, महामारी रोग अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के अधिकारियों ने कहा, "सरकारी संपत्ति बेचने के लिए अधिकृत नहीं होने के बावजूद, इस व्यक्ति ने सरकार को बदनाम करने और लोगों को गुमराह करने के लिए OLX पर विज्ञापन पोस्ट किया.
आपको बता दें कि सरदार पटेल का स्मारक 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' 182 मीटर ऊंची है जो दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है.
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