हिजाब, हलाल मीट, मुस्लिम व्यापारी और अब अजान. कर्नाटक(Karnataka) में सत्ता में काबिज बीजेपी(BJP) सरकार ने राज्य की नई समस्या की पहचान कर ली है. मंगलवार को वरिष्ठ पार्टी नेता और पंचायत राज मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में अजान को लेकर चल रहे विवाद को अपने राज्य में भी घसीट लिया है.
करवर में पत्रकारों से बात करते हुए ईश्वरप्पा ने कहा कि, मैं सुनता आ रहा हूं कि लाउड स्पीकरों पर होने वाली अजान से छात्रों को दिक्कत होती है. इस समुदाय के लोग लंबे अरसे से इस परम्परा को मानते आ रहे हैं, और यह एक ऐसा मुद्दा है जो उनके अपने बच्चों की पढ़ाई को भी प्रभावित कर सकता है.
उन्होंने आगे कहा कि लाउडस्पीकर पर पांबदी लगाने का मेरा विचार है कि यह मुस्लिमों के लाउडस्पीकरों पर अजान या हिंदूओं के हनुमान चालीसा पढ़ने के बीच कोई प्रतियोगिता नहीं है. और अजान के चलते, यह विद्यार्थियों, मरीजो और बुज़ुर्गों के लिए समस्या है.
पंचायती राज मंत्री की टिप्पणी पर कांग्रेस ने घेरा
ईश्वरप्पा के इस बयान के बाद उन्हें कांग्रेस के नेता प्रियांक खड़गे के विरोध का सामना करना पड़ा.
खड़गे ने कहा कि बीजेपी और बजंरग दल के सभी कार्यकर्ता पेट्रोल और डीजल का उपयोग बंद कर दें क्योंकि यह इस्लामिक देशों से आयात किया जाता है. अपना असली हिन्दुत्व वहां दिखाएं. लाउडस्पीकर को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियम तथा सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं, और उन्हें लागू करने दीजिए. उनमें बताया गया है कि मंदिरों, मस्जिदों और गिरजाघरों में क्या-क्या करना है.
आपको बता दें, पिछले हफ्ते महाराष्ट्र में अज़ान को लेकर विवाद खड़ा हो गया था, जहां जल्द ही बृहनमुंबई महानगर पालिका (BMC) के चुनाव होने जा रहे हैं, और BJP के अलावा राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने सत्तारूढ़ शिवसेना को निशाना बनाने के लिए यह मुद्दा उठाया था.
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