कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन के चलते 10वीं और 12वीं क्लास के छात्रों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है. बोर्ड ने एक से 9वीं और 11वीं क्लास तक के सभी छात्रों को प्रमोट करने का फैसला ले लिया है. लेकिन 10वीं और 12वीं के छात्रों को लेकर असमंजस स्थिति बनी हुई है. अब केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इसपर बयान दिया है.
केंद्रीय मंत्री ने मंगलवार को कहा, "10वीं और 12वीं क्लास के ज्यादातर एग्जाम हो चुके हैं. कुछ ही सब्जेक्ट के बाकी रह गए हैं. जब भी हम इन परिस्थितियों से उबरेंगे तब प्लान कर लेंगे. ताकि बच्चे का साल खराब न हो. बच्चे को परेशान होने की जरूरत नहीं है."
मानव संसाधन विकास मंत्री ने आगे कहा, छात्रों की पढ़ाई के लिए SWAYAM-PRABHA, DIKSHA पोर्टल और ePathshala पर ऑनलाइन स्टडी मटेरियल उपलब्ध है. हमने स्कूलों के अकादमिक कैलेंडर तैयार करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है.
स्काइप के जरिए होगी पढ़ाई
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) अब केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों और सीबीएसई की मदद से स्काइप के जरिए कई शैक्षणिक पाठ्यक्रमों का सीधा प्रसारण प्रसारण कर रहा है. 'स्वयं' पोर्टल पर नौवीं से 12वीं क्लास तक के छात्रों के लिए वीडियो लेक्चर भी प्रसारित किए जा रहे हैं. जिन छात्रों के पास इंटरनेट के जरिए ये कार्यक्रम देखने की सुविधा नहीं है, उनके लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्वयं प्रभा टीवी चैनल शुरू किया है. स्वयं प्रभा पर भी कई क्लास के लिए वीडियो लेक्चर से लेकर अन्य पाठन सामग्री उपलब्ध कराई गई है.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, “लॉकडाउन के बीच भी छात्र नियमित रूप से अपनी पढ़ाई कर सकते हैं. दूरदर्शन, डिश टीवी, जियो टीवी एप, यूट्यूब और डीटीएच चैनलों के जरिए छात्र अपनी क्लास और विषय के अनुसार अपनी स्कूली पढ़ाई में मदद ले सकते हैं.”
स्वयं प्रभा के ये चैनल पहले केवल सिर्फ दूरदर्शन के डीटीएच पर डिश टीवी और जियो टीवी एप पर ही उपलब्ध थे. अब टाटा स्काई और एयरटेल डीटीएच ऑपरेटरों ने तीन स्वयं प्रभा डीटीएच चैनलों को प्रसारित करने पर सहमति जता चुके हैं.
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