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Goa Murder: सूचना सेठ को पकड़वाने वाले कैब ड्राइवर ने बताया- कैसे की पुलिस की मदद?

Goa Police ने 39 साल की सूचना सेठ को एक सर्विस अपार्टमेंट में अपने चार साल के बेटे की कथित तौर पर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया

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भारत
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Goa Murder: अपने चार साल के बेटे की हत्या के आरोप में सूचना सेठ (Suchana Seth) को पकड़वाने में कैब ड्राइवर रॉयजॉन डिसूजा (Royjohn D'Souza) ने गोवा पुलिस (Goa Police) की मदद की. सूचना को ड्राइवर पर शक ना हो इसके लिए डिसूजा ने पुलिस से स्थानीय भाषा कोंकणी में बात की, नजदीकी पुलिस स्टेशन को ढूंढने के लिए ज्यादा समय चाहिए था इसके लिए डिसूजा ने वॉशरूम ब्रेक के बहाने बनाएं. कुल मिलाकर डिसूजा की सेठ को पकड़वाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है.

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12 जनवरी को फोन पर द क्विंट से बातचीत में डिसूजा ने कहा कि, वे गोवा के कैब ड्राइवर हैं, जो 7 और 8 जनवरी की मध्यरात्रि को एआई स्टार्टअप की सीईओ सेठ को बेंगलुरु ले जा रहे थे.

उन्होंने कहा कि, "10 घंटे से ज्यादा समय तक चली यात्रा में, सूचना बेहद शांत थी, और उसने एक भी शब्द नहीं बोला. मुझे यह सुनिश्चित करना था कि मैं उसे बिना किसी शक के पुलिस स्टेशन ले जाऊं."

इस हफ्ते की शुरुआत में, कैलंगुट पुलिस ने 39 साल की सूचना सेठ को उत्तरी गोवा के कैंडोलिम में एक सर्विस अपार्टमेंट में अपने बच्चे की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. उसे कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह कथित तौर पर अपने बेटे के शव को एक बैग में भरकर भागने की कोशिश कर रही थी.

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'बैग कुछ ज्यादा ही भारी था, उसको उठाना मुश्किल था': कैब ड्राइवर

7 जनवरी की रात करीब 11 बजे डिसूजा को कैंडोलिम में होटल सोल बेनियन ग्रांडे के रिसेप्शन से फोन आया, जहां सेठ रुकी हुई थी.

डिसूजा ने बताया कि, "उन्होंने मुझसे तत्काल सूचना सेठ लिए एक टैक्सी की व्यवस्था करने के लिए कहा. चूंकि यह एक लंबी यात्रा थी, मेरे सह-चालक और मैंने 30,000 रुपये मांगे, जिसे वह भुगतान करने के लिए सहमत हो गई. हम 12:30 बजे होटल पहुंचे."

डिसूजा ने द क्विंट को बताया कि सेठ एक लाल ट्रॉली बैग के साथ यात्रा कर रही थी, जिसे उन्होंने "काफी ज्यादा भारी" बताया.

"उसने मुझे रिसेप्शन से अपना बैग लाने के लिए कहा. मैं बैग उठा ही नहीं पाया क्योंकि वो बहुत ज्यादा भारी था, इसलिए मैंने उसे कार तक खींच लिया. मैंने उससे पूछा कि क्या वह शराब ले जा रही है, क्योंकि बैग बहुत ही ज्यादा भारी था तो उसने कहा, 'नहीं, यह सिर्फ मेरे काम का सामान है' मैंने यह भी पूछा कि क्या वह बैग को हल्का करने के लिए कुछ सामान हटा सकती है, लेकिन उसने मना कर दिया. मैंने बैग को कार के बूट में रखने के लिए अपने सह-चालक की मदद ली, मैंने तब इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचा."
रॉयजॉन डिसूजा

ड्राइवर के मुताबिक, कैब रात करीब 12:45 बजे कैंडोलिम से रवाना हुई थी. हालांकि, वे देर रात दो बजे गोवा-कर्नाटक सीमा पर फंस गए क्योंकि एक ट्रक पलट गया था, जिससे बड़ा ट्रैफिक जाम लग गया था.

डिसूजा ने कहा कि उन्होंने सेठ से कहा कि वे "छह घंटे" तक जाम में फंसे रह सकते हैं - और पूछा कि क्या वह उसे हवाई अड्डे तक छोड़ सकते हैं.

डिसूजा ने कहा कि, "मैंने बढ़ा-चढ़ाकर कहा और उससे कहा कि हम छह घंटे तक फंसे रहेंगे. चूंकि मुझे बताया गया था कि वह तत्काल आधार पर पहुंचना चाहती थी, मैंने उससे पूछा कि क्या मैं उसे फ्लाइट से जाने के लिए हवाई अड्डे तक छोड़ दूं. लेकिन उसने कहा कि वह कैब से ही जाना चाहती थी. मुझे यह बेहद अजीब लगा."
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'वह शांत थी, सोई नहीं, बोली नहीं'

डिसूजा ने द क्विंट को बताया कि सेठ पूरी यात्रा के दौरान "बेहद शांत" थी और उससे यह पूछने के अलावा कि क्या उसे पानी चाहिए, उसने "एक शब्द भी नहीं बोला".

डिसूजा बोले कि, "10 घंटे की यात्रा में वह बमुश्किल सोई होगी और खिड़की से बाहर ही देख रही थी."

सुबह करीब 10:45 बजे, टैक्सी ड्राइवर को गोवा पुलिस का फोन आया, जिसमें उसे सचेत किया गया कि यात्री के बारे में कुछ संदिग्ध है.

"कलंगुट पुलिस ने फोन किया और मुझसे पूछा कि कार में कितने यात्री थे. उन्होंने पूछा कि क्या उसके साथ कोई बच्चा था, और मैंने कहा नहीं. पुलिस ने तब मुझे बताया कि होटल ने उन्हें सूचना और उसके बेटे के बारे में सूचित किया था, और होटल वालों को उसके बारे में संदेह था क्योंकि उन्हें कमरे में खून के धब्बे मिले थे. मैंने सूचाना को फोन दिया, जिसने उनसे लगभग चार मिनट तक बात की और कॉल काट दी."

हालांकि, डिसूजा ने बताया कि फोन कॉल के बाद भी सेठ शांत थी - और वह "घबराई हुई नहीं लग रही थी."

बीस मिनट बाद, लगभग 11:10 बजे, डिसूजा ने द क्विंट को बताया कि पुलिस ने उनसे फिर से संपर्क किया था, इस बार वे अपनी स्थानीय भाषा कोंकणी में बोल रहे थे.

डिसूजा ने ने कहा कि, "पुलिस ने मुझे फिर से फोन किया और तुरंत एक पुलिस स्टेशन या पेट्रोलिंग कार ढूंढने के लिए कहा. मैंने अपने सह-चालक को इसकी सूचना दी. हमने तुरंत गूगल मैप और जीपीएस पर खोज करने की कोशिश की, लेकिन कुछ भी नहीं मिला. सभी साइनबोर्ड कन्नड़ में थे, इसलिए मुझे नहीं पता था कि कहां जाना है. हमें पता था कि हमें एक न एक जल्दी से ढूंढना ही है क्योंकि बेंगलुरु केवल 180 किमी दूर था."

डिसूजा ने कहा कि वह सड़क किनारे एक रेस्तरां में रुके और सेठ से कहा कि वे शौचालय जाना चाहते हैं.

उन्होंने कहा, "हम पूरे समय चुप रहे क्योंकि हम जानते थे कि हम उसे हम पर शक नहीं होने दे सकते थे. फिर मैंने स्थानीय लोगों से पुलिस स्टेशन के बारे में पूछा, शुक्र है, वह केवल 500 मीटर की दूरी पर था."

"इसके बाद मैं अइयामंगला पुलिस स्टेशन (कर्नाटक के चित्रदुर्ग में) गया और कार रोकी. जब मैं पुलिस के साथ कॉल पर था तो मैं स्टेशन चला गया. जब हम स्टेशन में दाखिल हुए, तो सूचना ने मुझसे कारण पूछा, और मैंने उसे बताया कि मुझे रुकने के लिए कहा गया है. एक इंस्पेक्टर के बाहर आने में 15 मिनट लग गए. तब तक वह चुपचाप कार में बैठी रही."
रॉयजॉन डिसूजा

टैक्सी ड्राइवर के मुताबिक, पुलिस ने पूरी कार की तलाशी ली और उसके लाल बैग के अंदर बच्चे का शव मिला.

उन्होंने द क्विंट को बताया, "जब पुलिस ने उससे पूछा कि क्या यह उसका बेटा है, तो उसने 'हां' कहा. जब पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी तो वह बिलकुल भी इमोशनल नहीं दिखी."
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आईलाइनर से लिखा एक नोट बैग में मिला: रिपोर्ट

कई रिपोर्टों में कहा गया है कि गोवा पुलिस ने एक हाथ से लिखा "नोट" बरामद किया है, जिसे सेठ ने कथित तौर पर एक टिशू पेपर पर आईलाइनर की मदद से लिखा था, जो जांच में "महत्वपूर्ण सबूत" हो सकता है.

पुलिस अधिकारियों ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि नोट से सेठ की मानसिक स्थिति और कथित हत्या के इरादे का पता लगाने में मदद मिल सकती है.

इससे पहले, पुलिस अधिकारियों ने द क्विंट को बताया कि सेठ ने कथित तौर पर अपने अलग हो चुके पति वेंकटरमन के साथ तनावपूर्ण संबंधों और अपने बेटे की कस्टडी की लड़ाई के कारण अपराध किया था.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेठ और उनके पति वेंकटरमन की शादी 2010 में हुई और 2019 में उनका बेटा हुआ. यह कपल 2021 से अलग रह रहा था और अपने बेटे की कस्टडी के लिए लड़ रहा था. हाल ही में बेंगलुरु की एक अदालत ने उसके पति को बच्चे से मुलाकात का अधिकार दिया था.

एक पुलिस अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, "नोट से पता चलता है कि आरोपी नहीं चाहती थी कि उसका बेटा पिता के साथ जाए और यह नोट उसकी मानसिक स्थिति के बारे में भी जानकारी देता है."

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