बिहार के सुपौल में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में घुसकर छात्राओं से मारपीट करने के मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें एक महिला भी शामिल है. बीते शनिवार को स्थानीय लड़कों ने छेड़खानी का विरोध करने पर विद्यालय परिसर में घुसकर छात्राओं के साथ मारपीट की थी. इस घटना में करीब 36 छात्राएं घायल हो गईं थीं.
ये घटना कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में हुई, जहां एससी-एसटी, ओबीसी और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियां पढ़ती हैं.
सुपौल के एसपी मृत्युंजय कुमार चौधरी ने बताया कि घटना के संबंध में दर्ज कराई गई एफआईआर में 9 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट कराई गई थी. इसी के आधार पर गिरफ्तारियां की जा रहीं हैं. ये घटना बीते 6 सितंबर को घटित हुई थी.
तेजस्वी ने सीएम नीतीश की चुप्पी पर उठाया सवाल
राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल उठाया है.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, आरोपी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय परिसर में चोरी-छिपे दाखिल हो गए. आरोपी विद्यालय परिसर की दीवारों पर भद्दे कमेंट लिख रहे थे. छात्राओं ने इस पर आपत्ति जताई और आरोपियों को विद्यालय परिसर से चले जाने को कहा. इसके बाद आरोपियों ने छात्राओं के साथ अभद्रता शुरू कर दी.
लड़के और लड़कियों दोनों के स्कूल एक ही कैंपस में हैं, हालांकि, बिल्डिंग अलग हैं, लेकिन प्लेग्राउंड कॉमन है. कथित तौर पर कुछ लड़के गर्ल्स स्कूल की दीवारों पर भद्दे कमेंट लिख रहे थे, जिसका लड़कियों ने विरोध किया.बैद्यनाथ यादव, डीएम, सुपौल
इसके बाद आरोपी छात्र भीड़ की शक्ल में स्कूल कैंपस में लौटे. भीड़ ने छात्राओं के साथ मारपीट शुरू कर दी. घटना के बाद स्थानीय लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.
डीएम के मुताबिक, जिस वक्त ये घटना घटित हुई, उस वक्त प्लेग्राउंड में 74 छात्राएं मौजूद थीं. इनमें से 30 छात्राएं घायल हुई हैं. सभी घायल छात्राओं को त्रिवेणीगंज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
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