नोएडा के अवैध सुपरटेक ट्विन टावर को रविवार, 28 अगस्त को 3700 किलो विस्फोटक की मदद से जमींदोज (Supertech Twin Towers Demolished) कर दिया गया. पूरी कार्रवाई में 915 रेसिडेंशियल फ्लैट्स और 21 दुकानों को ध्वस्त किया गया है. नोएडा की CEO रितु माहेश्वरी ने कहा है कि आस-पास की हाउसिंग सोसाइटियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. हालांकि पास की ATS बिल्डिंग सोसाइटी के टावर 6 और 7 के सामने की चारदीवारी/ बॉउंड्री वॉल का कुछ हिस्सा टूट गया है.
बता दें कि नोएडा की CEO रितु माहेश्वरी ने बताया कि "आसपास सफाई की जा रही है, क्षेत्र में गैस और बिजली की आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी जबकि शाम 6.30 बजे के बाद लोगों को पड़ोस की सोसाइटी में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी."
विध्वंस के कारण 54,000 टन मलबा जमा हो गया है, शोर का स्तर 150 डीबी तक बढ़ गया, और 4 किमी तक के धूल के बादल फैले.
प्रशासन और डेमोलिशन कंपनी ने बरती पूरी सावधानी
सुपरटेक ट्विन टावर को गिराए जाने के पहले डेमोलिशन के लिए जिम्मेदार 2 कंपनियों और प्रशासन ने अपनी तरफ से पूरी तैयारी की थी. सेक्टर 93A में एमराल्ड कोर्ट और आसपास के ATS विलेज सोसाइटी के लगभग 5,000 निवासियों को रविवार को सुबह 7 बजे तक अपना घर खाली करने का आदेश दे दिया गया था. डेमोलिशन कंपनी ने आसपास की बिल्डिंग को भी सुरक्षा के लिए कवर किया था.
साथ ही नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को दोपहर 2.15 बजे से दोपहर 2.45 बजे तक बंद रखा गया और शहर ड्रोको न के लिए नो-फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया.
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