ADVERTISEMENTREMOVE AD

सड़क पर भीख मांगने से अच्छा है डांस बार में नाचना : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने कहा डांस बार को कायदे-कानून से चलाने का मतलब इसपर रोक लगाना नहीं

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

डांस बार पर अंकुश लगाने की महाराष्ट्र सरकार की जिद पर सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा कि आजीविका कमाने के लिए सड़कों पर भीख मांगने और ‘अस्वीकार्य जगहों पर जाने’ से कहीं बेहतर है बार में डांस करना.

न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति शिवकीर्ति सिंह की खंडपीठ ने कहा कि अश्लीलता रोकने के लिए नृत्य के पेशे को निशाना नहीं बनाना चाहिए.

एक राज्य के तौर पर आपको महिलाओं की गरिमा की रक्षा करनी है. लेकिन, आप यह नहीं कह सकते कि अगर कोई महिला कार्यस्थल पर जाती है और वहां अश्लीलता है तो वह जगह ही बंद हो जानी चाहिए.
न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति शिवकीर्ति सिंह की खंडपीठ ने कहा

डांस बार और अश्लीलता के बीच हो संतुलन

अदालत ने इस पर जोर दिया कि डांस बार को इजाजत देने और अश्लीलता को रोकने के बीच संतुलन होना चाहिए. खंडपीठ ने कहा कि डांस बार को कायदे-कानून से चलाने का मतलब इस पर रोक लगाना नहीं है. अदालत ने कहा कि ‘पूरी मानसिकता ही रोक लगाने वाली’ है.

जब अदालत (शीर्ष) कहती है कि डांस बार पर रोक नहीं होनी चाहिए तो वे (महाराष्ट्र सरकार) इसे रेगुलेशन के नाम पर रोक रहे हैं. आप डांस बार की अनुमति दे रहे हैं, लेकिन नियमों से निषेध थोप रहे हैं
न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति शिवकीर्ति सिंह की खंडपीठ ने कहा

अदालत ने यह बातें इंडियन होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन (आईएचआरए) की याचिका पर सुनवाई के दौरान कहीं. इसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार ने डांस बार के नियमों को इतना कठिन कर दिया है कि इसे पूरा करते हुए बार चलाना असंभव है. उदाहरण के लिए इसमें एक नियम यह भी है कि किसी धार्मिक स्थल के एक किलोमीटर के दायरे में कोई डांस बार नहीं होना चाहिए.

अदालत ने राज्य सरकार से कहा कि जिस तरह उसके पहले के आदेश का पालन करते हुए महाराष्ट्र सरकार ने डांस बारों को लाइसेंस जारी किया है, उसी तरह गृह विभाग को ‘तत्परता से’ डांस बार में काम करने वाले लोगों का सत्यापन करना चाहिए.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×