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सूरत की स्तुति ने JEE, NEET, JIPMER MBBS एंट्रेंस टेस्ट किया पास

स्तुति ने JEE मेन्स, NEET, JIPMER और AIIMS MBBS एंट्रेंस टेस्ट एक ही बार में अच्छे रैंक्स के साथ पास किया

Published
भारत
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देश में अव्वल दर्जे के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेने के लिए छात्रों को अलग-अलग तरह के एंट्रेंस टेस्ट क्लियर करने में एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ता है. इनमें से किसी भी एक एग्जाम को पास करना अपने आप में बड़ी उपलब्धि मानी जाती है. लेकिन सूरत की 18 साल की स्तुति खंडवाला ने कुछ ऐसा कर दिया है, जिसकी कल्पना करना भी किसी छात्र के लिए मुश्किल हो.

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स्तुति ने JEE मेन, NEET, JIPMER MBBS और AIIMS MBBS एंट्रेंस टेस्ट एक ही बार में अच्छे रैंक्स के साथ पास कर दिखाया है. उनकी इस उपलब्धि को देखते हुए अमेरिका की प्रतिष्ठित मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) ने उन्हें 90% स्कॉलरशिप के साथ एडमिशन की पेशकश की है. स्तुति ने MIT में एडमिशन लेने का फैसला किया है.

टाइम्स नाउ न्यूज की खबर के मुताबिक स्तुति खंडवाला कोटा में एलन करियर इंस्टीट्यूट की स्टूडेंट हैं और उनकी कामयाबी की लिस्ट काफी लंबी है. स्तुति ने साइंस स्ट्रीम से बोर्ड एग्जाम में 98.8 फीसदी मार्क्स के साथ राजस्थान बोर्ड में टॉप किया है.

हर टेस्ट में हासिल हुई अच्छी रैंकिंग

स्तुति ने AIIMS MBBS के ऑल इंडिया रिजल्ट में 10वां रैंक हासिल किया है. वहीं JIPMER MBBS की परीक्षा में उन्हें 27वां रैंक मिला. इसके अलावा NEET 2019 में उन्हें ऑल इंडिया रैंक में 71वां स्थान हासिल हुआ है, जबकि JEE मेन परीक्षा में उन्होंने 1086वां स्थान हासिल किया.

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MIT से मिला ऑफर

जब स्तुति के लिए भारत के टॉप कॉलेजों में से किसी एक को चुनने की बारी आई, तो उन्होंने दुनिया के टॉप यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने का फैसला किया. अमेरिका की मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने स्तुति को अपने यहां स्कॉलरशिप के साथ एडमिशन देने का ऑफर दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. ग्रेजुएशन के बाद वो आगे रिसर्च की पढ़ाई करना चाहती हैं. जल्द ही वो अमेरिका के लिए रवाना हो जाएंगी.

अपनी कामयाबी का श्रेय स्तुति ने अपने पेरेंट्स और एलन इंस्टीट्यूट के अपने टीचर्स को दिया है. कोचिंग के अलावा स्तुति रोजाना 12 से 13 घंटे सेल्फ स्टडी के लिए समय निकालती थीं. वो फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स और बायोलॉजी जैसे सभी विषयों की स्टडी के लिए बराबर का समय निकालती थीं.

स्तुति के माता-पिता दोनों ही डॉक्टर हैं. उनकी मां हेतल खंडेवाला एक डेंटिस्ट हैं. उन्होंने बेटी की पढ़ाई के लिए अपनी प्रैक्टिस छोड़ दी, और कोटा में अपनी बेटी के साथ पिछले तीन साल से रह रही है. पिता शीतल खंडेवाला एक पैथोलॉजिस्ट हैं, और सूरत में रहते हैं. वो अपनी बेटी से मिलने के लिए हर वीकेंड कोटा आते हैं.

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