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एक अप्रैल से टेक-होम सैलरी नहीं होगी कम,नया वेज कोड लागू नहीं हुआ

अगर नए वेतन कोड लागू हो जाते हैं तो कर्मचारियों की सैलरी का इन-हैंड कंपोनेंट कम हो सकता है.

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नौकरीपेशा लोगों के लिए राहत की खबर है. 1 अप्रैल, 2021 से आपकी टेक-होम सैलरी कम नहीं होगी. कर्मचारियों की सैलरी स्ट्रक्चर में बदलाव नहीं हुआ है. दरअसल, एक अप्रैल, 2021 से लागू होने जा रहे नए वेज कोड (New Wage Code) को फिलहाल टाल दिया गया है.

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केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि टेक-होम सैलरी पर असर डालने वाले नए वेतन कोड (New Wage Code), जो 1 अप्रैल से कम होने की उम्मीद थी, वो तब तक वही रहेगा जब तक कि इस मामले में आगे कोई फैसला नहीं लिया जाता. सरकार ने कुछ राज्यों के श्रम संहिता (labor code) में लंबित परिवर्तनों के कारण निर्णय को स्थगित कर दिया है.

बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने चार राज्यों में चल रहे चुनावों को इस फैसले के पीछे की वजह बताई है, साथ ही कई राज्य अपने लेबर कोड के नियमों के साथ नहीं आगे आए हैं. अगर राज्यों को देरी होगी तो केंद्र जून तक अपने स्वयं के नियमों को नोटिफाई कर सकता है.

क्या है नए वेज कोड में?

अगर नए वेतन कोड लागू हो जाते हैं तो कर्मचारियों की सैलरी का इन-हैंड कंपोनेंट कम हो सकता है. भत्ते वाला हिस्सा कुल सैलरी या कम्पनसेशन के 50 फीसदी से ज्यादा नहीं हो सकता है और इसका मतलब है कि बेसिक सैलरी कम से कम 50 फीसदी होनी चाहिए. इससे इन-हैंड सैलरी कम हो सकती थी और सैलरी का बड़ा हिस्सा PF अकाउंट में जमा हो जाता.

बता दें कि केंद्र सरकार ने 29 केंद्रीय लेबर कानूनों को मिलाकर 4 नए कोड बनाए हैं. इनका नाम है इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड, कोड ऑन ऑक्यूपेंशनल सेफ्टी, हेल्थन एंड वर्किंग कंडीशंस; सोशल सेक्योरिटी कोड (ओएसएच) और कोड ऑन वेजेस.

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