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तमिलनाडु चुनाव 2021 के लिए AIADMK से हाथ मिलाएंगी शशिकला?

पार्टी से निकाले जाने से पहले शशिकला AIADMK की प्रमुख थीं

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AIADMK की पूर्व सुप्रीमो जयललिता के 73वें जन्मदिन के मौके पर उनकी फोटो पर फूल-हार चढ़ाने के बाद पार्टी से निकाली जा चुकीं वीके शशिकला ने कहा, "हम सबको साथ काम करना चाहिए." पार्टी से निकाले जाने से पहले शशिकला AIADMK की प्रमुख थीं.

24 फरवरी को शशिकला ने कहा, "जयललिता के वफादार काडर को साथ खड़ा होना चाहिए और आने वाले विधानसभा चुनावों को जीतने के लिए काम करना चाहिए. मैं आप सबके साथ खड़ी हूं."

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“जैसा कि हमारी अम्मा (जयललिता) ने चाहा था, हमारी सरकार (AIADMK) 100 साल बाद भी बनी रहनी चाहिए. इसके लिए हमें साथ चुनाव लड़ना होगा (AIADMK और AMMK). मैं इसकी कामना करती हूं. मैं काडर और लोगों से जल्दी ही मिलूंगी.” 
जयललिता की पूर्व सहयोगी वीके शशिकला  

8 फरवरी को शशिकला भारी समर्थन के बीच चार साल की जेल काट कर चेन्नई वापस लौटी थीं. वो बेंगलुरु की जेल में थीं और 27 फरवरी को रिहा हुई थीं.

लंबी खामोशी के बाद शशिकला और AMMK सचिव टीटीवी दिनाकरन ने मीडिया के लोगों और समर्थकों से चेन्नई में मुलाकात की. AIADMK से निष्कासित किए जाने के बाद शशिकला के भतीजे दिनाकरन ने अम्मा मक्कल मुन्नेत्रा कड़घम (AMMK) की स्थापना की थी.

शशिकला ने कहा, “जब मैं कोरोना से संक्रमित थी, तो तमिलनाडु के लोग और AIADMK काडर ने मेरे लिए प्रार्थना की थी और इसलिए मैं ठीक हुई. मैं आप सबका शुक्रिया कहती हूं.”   

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयललिता की याद में सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर की.

AIADMK ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया

शशिकला ने साफ तौर से सत्ताधारी पार्टी AIADMK से हाथ मिलाने की बात कही है, लेकिन पार्टी ने अभी तक कोई अनुकूल प्रतिक्रिया नहीं दी है.

जयललिता के जन्मदिन के मौके पर मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी और डिप्टी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम ने आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पर्चा भरा.

पलानीस्वामी और कई मंत्री बाद में जयललिता के स्मारक पहुंचे और श्रद्धांजलि दी. स्मारक का हाल ही में उदघाटन हुआ था, लेकिन 'निर्माण कार्य जारी होने' की वजह से पब्लिक के लिए अभी ये बंद है. इसका उदघाटन शशिकला की जेल से रिहाई वाले दिन ही हुआ था.

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AIADMK नेताओं ने काडर से 24 फरवरी की शाम 6 बजे लैंप जलाने और लोगों की रक्षा करने और आखिरी सांस तक AIADMK की सुरक्षा करने के लिए जयललिता की नाम की कसम खाने को कहा.

अपने काडर को एक लेटर में AIADMK नेताओं ने कहा, "दुश्मनों और धोखेबाजों ने AIADMK को हराने के लिए हाथ मिला लिया है." पार्टी नेताओं ने एक बार फिर सरकार बचाने की 'कसम' खाई है.

AIADMK-बीजेपी गठबंधन को DMK से चुनौती मिल रही है. एमके स्टालिन की पार्टी लगभग 10 साल से सत्ता से बाहर है.

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