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तमिलनाडु जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या 23 हुई, गिरफ्तारियां बढ़ीं

Tamil Nadu Hooch Tragedy: तमिल नाडु पुलिस ने 17 मई को एफआईआर में बदलाव किए और आईपीसी की धारा 302 दर्ज की गई थी.

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तमिलनाडु (Tamil Nadu) में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है. राज्य के विल्लुपुरम जिले के 58 वर्षीय के कन्नियप्पन की रविवार, 21 मई को मौत हो गई. ठीक इससे एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था.

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टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक चेंगापेट शहर के पास के गांवों में जहरीली शराब पीने से बीमार पड़ने वाले लोगों की संख्या बढ़कर आठ हो गई. ताजा रिपोर्टों के मुताबिक, सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराए गए 48 व्यक्तियों में से 22 में सुधार के लक्षण दिखाई दिए और उन्हें 20 मई तक छुट्टी दे दी गई.

इस बीच, रविवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने राज्यपाल आरएन रवि से मुलाकात कर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री गिंगी मस्तान और बिजली, मद्यनिषेध और उत्पाद शुल्क मंत्री सेंथिल बालाजी को हटाने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि वे मौतों के लिए जिम्मेदार हैं.

तमिलनाडु शराब त्रासदी क्या है?

15 मई को, तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सी सिलेंद्र बाबू ने एक बयान जारी किया कि पिछले दो दिनों में 1,558 लोगों को हिरासत में लिया गया और दोनों घटनाओं के संबंध में 1,842 मामले दर्ज किए गए.

विल्लुपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में अवैध शराब के सेवन से हुई मौतों से संबंधित मामला बाद में सीबी-सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया था.

तमिलनाडु पुलिस ने अवैध शराब के बंटवारे में शामिल एक एजेंट एझुमलाई को कथित रूप से इंडस्ट्रियल मेथनॉल बेचने के आरोप में केमिकल इंजीनियर इलया नांबी को गिरफ्तार किया था.

द न्यूज मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने चेंगलपट्टू के एक शराब विक्रेता अमरन, कांचीपुरम में एक डीएमके पार्षद के भाई अम्मावसई और चेंगलपट्टू के बीजेपी पदाधिकारी विजयकुमार को भी गिरफ्तार किया है.

तमिलनाडु पुलिस ने 17 मई को एफआईआर में बदलाव किए और आईपीसी की धारा 302 दर्ज की गई थी, जिसमें प्रतिवादियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के आरोप शामिल हैं.

अन्नामलाई ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और आरएन रवि को एक ज्ञापन सौंपा. उन्होंने दावा किया कि मई 2021 से, तमिलनाडु में ड्रग और अल्कोहल के दुरुपयोग से संबंधित मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था.

तमिलनाडु के राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में, अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया था कि चेंगलपट्टू में जहरीली शराब त्रासदी से संबंधित गिरफ्तार संदिग्ध डीएमके की लोकल यूनिट के उपाध्यक्ष का भाई है.

उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध शराब के कारोबार में शामिल मारुवूर राजा अक्सर डीएमके मंत्री मस्तान के साथ दिखाई देते हैं.

यह कहते हुए कि शराबबंदी और उत्पाद शुल्क मंत्री के रूप में सेंथिल बालाजी का मुख्य काम राज्य के अवैध शराब के उपयोग को कम करना है. अन्नामलाई ने आगे दावा किया कि तमिलनाडु में अवैध व्यापार पर अंकुश लगाने की उनकी आधिकारिक जिम्मेदारियों के बावजूद, बालाजी TASMAC के राजस्व को बढ़ाने की कोशिश में हैं.

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