टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बने अपने 33 साल पुराने ऑफिस को बंद करने जा रही है. हालांकि, कंपनी ने यह साफ कर दिया है कि यहां काम कर रहे लोगों की नौकरियां नहीं जाएगी. फिलहाल, टीसीएस के लखनऊ ऑफिस में करीब 1700 कर्मचारी हैं. साथ ही हाउस कीपिंग और बाकी स्टाफ की तादाद 500 के करीब है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टीसीएस लखनऊ ऑफिस के कर्मचारियों को उनके टीम लीडर्स ने ऑफिस बंद होने की मौखिक जानकारी दी थी. लेकिन ऑफिस को बंद करने या न करने को लेकर अभी तक कंपनी की तरफ से कोई साफ बयान नहीं आया है.
टीसीएस लखनऊ ऑफिस के बंद होने की खबर मिलते ही कर्मचारियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. लेकिन ऑफिस बंद होने से उनकी नौकरी चली जाएगी इस पर सस्पेंस बना हुआ था.
टीसीएस ने दी सफाई
कर्मचारियों में नौकरी जाने का डर और मीडिया में गलत खबर दिखाए जाने पर टीसीएस के सीईओ राजेश गोपीनाथन ने ट्वीट कर कहा कि किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी. साथ ही उन्होंने इस बात का भी आश्वासन दिया कि उत्तर प्रदेश से हम नहीं जा रहे हैं.
कोई छंटनी नहीं होगी, हम उत्तर प्रदेश में कारोबार बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और नोएडा में परिचालन को मजबूत कर रहे हैं.राजेश गोपीनाथन, सीईओ, टीसीएस
सोशल मीडिया पर #savetcslk से हो रही है अपील
कंपनी के कर्मचारी खुलकर तो सामने नहीं आ रहे हैं, लेकिन ट्विटर पर हैशटैग के जरिए अपने डर को साझा कर रहे हैं.
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