आरजेडी चीफ लालू यादव के बेटे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप एक बार फिर मुश्किलों में घिर गए हैं. बताया जा रहा है कि तेजप्रताप यादव के पेट्रोल पंप का लाइसेंस रद्द किया जा सकता. ये पेट्रोल पंप पटना में है. भारत पेट्रोलियम ने लाइसेंस रद्द करने के लिए तेजप्रताप को नोटिस जारी किया है.
तेज प्रताप पर गैरकानूनी तरीके से पेट्रोल पंप आवंटित कराने का आरोप है. ये पेट्रोल पंप पटना के न्यू बायपास रोड पर है. 2011 में उन्हें इसका लाइसेंस मिला था.
बीजेपी ने की थी जांच की मांग
बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने पेट्रोल पंप के आवंटन पर सवाल खड़े करते हुए ये आरोप लगाया था कि पेट्रोल पंप आवंटित करवाने के लिए तेल कंपनी के एक अधिकारी की मदद से फर्जी कागजात तैयार किए गए थे.
सुशील मोदी के मुताबिक जब 2011 में पेट्रोल पंप के लिए इंटरव्यू के लिए आए थे तब उनके पास न्यू बाइपास रोड पर 43 डिसमिल जमीन नहीं थी.
सुशील मोदी ने आरोप लगाया है कि 9 जनवरी 2012 को एके. इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड ने इसी जगह लालू के छोटे बेटे तेजस्वी को 136 डिसमिल जमीन पट्टे पर दी. उनके मुताबिक पट्टे पर जमीन लेने वाला शख्स इसे किसी दूसरे शख्स को दोबारा पट्टे पर नहीं दे सकता.
अगर तेजप्रताप के पास जमीन नहीं थी तो उन्हें पेट्रोल पंप अलॉट कैसे कर दिया गया? उनके पास तो जमीन का पट्टा भी नहीं था.सुशील मोदी, नेता, बीजेपी
इस मामले में जवाब देने के लिए उन्हें 15 दिन का समय दिया गया है. अगर वो इन सवालों का जवाब नहीं दे पाते हैं तो उनके पेट्रोल पंप का लाइसेंस रद्द हो सकता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)