बिहार में आरजेडी पार्टी के नेता लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और छोटे बेटे तेजस्वी यादव के बीच तनातनी रुकने का नाम नहीं ले रही है. एक बार फिर तेज प्रताप यादव ने बिना नाम लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. उनका आरोप है लालू यादव को बंधक बना लिया गया है. तेजस्वी ने इसका जवाब दिया है, वही जेडीयू-बीजेपी ने सवाल उठाए हैं.
तेजस्वी ने कहा कि उनके पिता दिल्ली में हैं. उन्होंने दिल्ली जाकर उनसे मुलाकात की और पटना चलने का आग्रह किया, लेकिन उनको पटना आने नहीं दिया जा रहा है. उनको बंधक बना कर रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि उनके पिता बीमार चल रहे हैं और वह कोई प्रेशर नहीं देना चाहते. कुछ लोग आरजेडी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं.
शनिवार को तेज प्रताप छात्र जनशक्ति परिषद के एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान अपने संबोधन में ये सारी बातें कह रहे थे. पिछले दिनों तेज प्रताप ने छात्र जनशक्ति परिषद नाम के एक सामाजिक संगठन की स्थापना की है.
इस पर आरजेडी नेता और तेज प्रताप के भाई तेजस्वी का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद यादव को बंधक बनाने का दावा उनके व्यक्तित्व से मैच ही नहीं करता है.
"कहीं पर निगाहें, कहीं पर निशाना"
जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता नीरज कुमार कहत हैं कि "यह मामला आरजेडी का आंतरिक है. लेकिन महत्वूर्ण पक्ष यह है कि कहीं पर निगाहें, कहीं पर निशाना. लालू प्रसाद यादव को कोई बंधक बना लें और यह आरोप उनके ही परिजन लगाते हैं. नेता प्रतिपक्ष कुछ ज्यादा ही दिल्ली प्रवास करते हैं. तो क्या है मामला? कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाने वाला खेल तो होता ही रही है."
उधर बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि "लालू प्रसाद यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री है. उनके साथ हमारे कितने भी राजनीतिक मतभेद हो लेकिन उनका नीजि तौर पर सम्मान है और तेज प्रताप यादव का ये आरोप कि उन्हें बंधक बनाया गया है इस पर स्पष्टिकरण तो मिलना ही चाहिए. एक भरोसा हो कि लालू जी स्वस्थ हैं और सुरक्षित हैं.
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