ADVERTISEMENTREMOVE AD

तेलंगाना: यौन हमले का विरोध करने पर जलाई गई दलित नाबालिग की मौत

नाबालिग लड़की को 70 फीसदी जलने की वजह से काफी चोटें आई थीं

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

हफ्तों तक एक अस्पताल में जिंदगी से जंग लड़ने के बाद तेलंगाना के खम्माम जिले की एक 13 साल की दलित लड़की की मौत हो गई है. लड़की को उसके मालिक के लड़के ने कथित रूप से जला दिया था. लड़की ने यौन उत्पीड़न की कोशिश को रोका था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

केस की जांच कर रहे खम्माम पुलिस अधिकारियों ने द न्यूज मिनट (TNM) से पुष्टि की है कि लड़की की मौत चोटों की वजह से 15 अक्टूबर की रात हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में हुई. पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद लड़की का शव उसके पैतृक स्थान पर पहुंचाया जाएगा.

लड़की खम्माम जिले के पल्लीगुडाम में आलम सुब्बा राव के घर में घरेलू सहायक के तौर पर काम करती थी. 26 साल के आरोपी आलम मारायह को घटना के सामने आने के बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया था. आरोपी भी कथित रूप से शेड्यूल्ड कासते/दलित समुदाय से है.

नाबालिग लड़की को 70 फीसदी जलने की वजह से काफी चोटें आई थीं. हालांकि, ये घटना 18 सितंबर को हुई थी, लेकिन ये घटना सामने अक्टूबर के पहले हफ्ते में आई जब लड़की ने पूरी बात अपने माता-पिता को बताई.

लड़की ने कथित रूप से अपने पिता को बताया था, “जब मैं कमरे में थी तो वो आया और उसने मुझसे अपने साथ सोने को कहा. जब मैंने मना किया तो उसने मेरे साथ जबरदस्ती की. मैंने बहुत संघर्ष किया. उसने मेरे कपड़े फाड़ दिए और फिर बाद में मुझे आग लगा दी और वहां से भाग गया.”

पहले लड़की का इलाज खम्माम के ही एक निजी अस्पताल में हो रहा था. बाद में उसे हैदराबाद के उस्मानिया जनरल अस्पताल ले जाया गया और फिर दूसरे निजी अस्पताल. पुलिस और जिले की वेलफेयर अथॉरिटीज ने लड़की का बयान लिया था.

पुलिस ने POCSO के साथ ही IPC सेक्शन 376 (रेप के लिए सजा), 307 (हत्या की कोशिश), 354 (महिला की छवि खराब करने के इरादे से हमला या आपराधिक ताकत का इस्तेमाल) और 506 (आपराधिक धमकी की सजा) के तहत केस दर्ज किया है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×