द क्विंट (The Quint) के एडिटर-इन-चीफ राघव बहल (Raghav Bahl) शुक्रवार, 11 नवंबर को टाटा लिटरेचर लाइव के 13वें संस्करण में 'सोशल मीडिया लोकतंत्र को मजबूत करता है ('Social Media Strengthens Democracy') विषय पर बहस की अध्यक्षता करेंगे. टाटा लिटरेचर लाइव मुंबई में होने वाला एक साहित्य उत्सव है.
आज के सबसे कठिन तकनीकी मुद्दों में से एक हमारे दैनिक जीवन पर डिजिटल तकनीकों का काफी प्रभाव है. सोशल मीडिया की भूमिका विशेष रूप से चिंता का विषय है, क्योंकि इसका समाज और व्यक्ति पर बड़े स्तर पर प्रभाव पड़ता है. लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में सोशल मीडिया की बड़ी भूमिका होती है और दूसरी ओर इसके जरिए गलत सूचना का प्रसार भी होता है.
समाज में हाशिए पर खड़े लोगों को सोशल मीडिया ने अपनी बात रखने के लिए अच्छा मौका दिया है और उन तक पहुंचने का मौका दिया है, जिन तक वे असल दुनिया में नहीं पहुंच पाते. दूसरी ओर सोशल मीडिया उन्हीं के बारे में झूठी चीजें बड़े स्तर पर और तेजी से फैलाता है. दूसरी बड़ी चिंता यह है कि मुट्ठी भर लोगों के हाथ में सोशल मीडिया कंपनियां हैं, जो ताकतवर हो गए हैं.
कार्नेगी इंडिया के विद्वान अनिरुद्ध सूरी के साथ कांग्रेस सांसद और दिग्गज लेखक शशि थरूर विषय के पक्ष में बोलेंगे और कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय झा और ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार एंटोनेट लट्टौफ विषय के खिलाफ बहस करेंगे.
यह बहस मुंबई के एनसीपीए, टाटा थिएटर में रात 8:00 बजे से 9:30 बजे तक होने वाली है. पिछले साल राघव बहल ने साहित्य उत्सव में 'कॉलेज के छात्रों को राजनीतिक विरोध में भाग नहीं लेना चाहिए' विषय पर एक बहस की अध्यक्षता की थी.
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