बुरा ना मानो करवाचौथ है....
करवाचौथ का फंडा तो मेरी समझ से बाहर है. मेरी दोस्त मुस्कान शर्मा सही कहतीं है कि करवाचौथ से अगर पतियों की उम्र बढ़ती, तो हमें डॉक्टर्स और साइंस की जरूरत क्यों पड़ती?
अच्छा एक मिनट के लिए ये मान भी लूं कि इस व्रत को करने से पतियों की उम्र बढ़ भी जाए तो क्या..?
मेरी तो उम्र उतनी ही रहेगी..मैं तो वक्त पर दुनिया छोड़ कर चली जाऊंगीं. फिर मेरा पति मेरे बिना जी कर क्या करेगा.? है न पॉइंट वाली बात!
भाई! भारी-भरकम पोथी पुराण पढ़ कर जो लड़कियां पूजा-पाठ करती हैं और सारा दिन भूखे- प्यासे रह कर अपने पति का मुंह देख कर पानी पीती हैं. कोई पूछे उन लड़कियों से कि उनके पति ने आज कितनी बार क्या-क्या खाया? क्योंकि आज का दिन तो उनकी जिन्दगी में लॉटरी के बराबर है.
क्यों..?
अरे बाबा आज उनकी उम्र जो बढ़ने वाली है.
वैसे इस दिन में एक खास बात तो है. आज के दिन सारे पतियों के लिए उनकी बीवी दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत होती हैं और उसके हाथ के खाने का कोई मुकाबला नहीं है....माइंड इट! ये सिर्फ आज के लिए है.... हां !!
कितनी मोहब्बत है अपने पतियों से जरा सोचिए हफ्ते भर पहले से मार्केट में भीड़ लगाए रहतीं है. चमकदार छलनी से ले कर गोटे की सितारों वाली थाली और खुद दुनिया की सबसे सुंदर हूर की परी लगना और पति को देवता मान के उनके चरणस्पर्श करना. ऐसा लगता है भगवान सिर्फ इन्हीं के पति की उम्र बढ़ाने वाले हों.
वैसे हमेशा मुझे इस बात की कंफ्यूजन रहती है कि इम्प्रेस भगवान को किया जा रहा है या पति को....?
अब इन सब सवाल का जवाब या तो भगवान दे सकते हैं या फिर ये लड़कियां..!
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