बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए आतंकी हमले को लेकर एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. रेस्टोरेंट में बंधक बनाए गए लोगों में से एक शख्स ने बताया है कि आतंकी लोगों को परेशान करने के लिए उनसे इस्लामिक ग्रंथ कुरान की आयतों के बारे में पूछ रहे थे.
स्थानीय अखबार द डेलीस्टार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कमांडो ऑपरेशन के दौरान आजाद कराए गए एक बंधक ने बताया कि आतंकवादी लोगों से कुरान की आयतें पूछ रहे थे. जिन्होंने आयतें दोहराई उन्हें छोड़ दिया, जबकि ऐसा नहीं कर पाने वालों को टॉर्चर किया गया.
बेटी का जन्मदिन मनाने रेस्टोरेंट गए थे हसनत
राजनयिक क्षेत्र गुलशन स्थित होली आर्टिसन बेकरी में करीब दस घंटों तक बंधक रहे हसनत करीम ने बताया कि दूसरे लोग हथियारबंद आतंकियों की कहर का शिकार बन रहे थे. हसनत अपनी 13 साल की बेटी सफा का जन्मदिन मनाने पत्नी शरमीन करीम और आठ साल के बेटे रेयान के साथ इस स्पेनिश रेस्टोरेंट में पहुंचे थे.
कुरान की आयतें नहीं पढ़ने वालों को किया टॉर्चर
हसनत के मुताबिक, अचानक वहां हथियारबंद आतंकी पहुंचे और विदेशियों समेत दो दर्जन से अधिक लोगों को बंधक बना लिया. हसनत ने बताया कि आतंकी बंधकों का मजहब पूछ रहे थे. इसके लिए वह सबसे कुरान की आयतें दोहराने के लिए कह रहे थे.
हथियारबंद हमलावर मजहब जानने के लिए सभी से कुरान की आयतें दोहराने के लिए कह रहे थे. जो लोग एक या दो आयतें बोल पा रहे थे, उन्हें छोड़कर बाकी लोगों को आतंकी लगातार टॉर्चर करते रहे.हसनत करीम
बांग्लादेशी बंधकों के साथ नहीं किया बुरा व्यवहार
आजाद हुए हसनत के पिता रेयाजुल ने कहा, ‘आतंकी बांग्लादेशी नागरिकों के साथ बुरा बर्ताव नहीं कर रहे थे. बांग्लादेशी लोगों को तो उन्होंने रात का खाना भी मुहैया कराया.’
शुक्रवार रात सात आतंकियों ने रेस्टोरेंट में घुसकर दो दर्जन से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था. करीब 14 घंटों तक चली मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने छह आतंकियों को ढेर कर दिया, जबकि एक को जिंदा पकड़ लिया गया है. आतंकी हमले में दो पुलिसकर्मियों समेत 20 बंधकों के मारे जाने की खबर है.
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